गुमलाः हिंडालको कंपनी द्वारा संचालित बिमरला बॉक्साइड माइंस में चलने वाली 128 ट्रकों को पिछले तीन महीने में चौथी बार लोगों द्वारा रोका गया। बिमरला के सभी ट्रकों को सोमवार फिर को जबदस्ती रोक दिया गया। जिस वजह से सुबह से शाम तक ड्राइवर और खलासी सड़क पर ही रहे और भूखे उन्होने पूरा दिन काटा। गुमला अनुमंडल पदाधिकारी एवं एसोसिएशन के संरक्षक पूर्व सांसद धीरज साहू से बातचीत के बाद सभी लोड गाड़ियों को छोड़ा गया।
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इससे पहले ट्रक ओनर एसोसिएशन ने घाघरा पुलिस प्रशासन एवं अंचलाधिकारी एवं गुमला के अनुमंडल पदाधिकारी से बात की थी लेकिन बात नहीं बनने की वजह से परिचालन शुरू नहीं हो सका। इस बात से नाराज एसोसिएशन का कहना था कि सड़क जाम करके गाड़ियों को सड़क पर रोककर रखने की अनुमति किसने दी है। इस संबंध में एसोसिएशन के संरक्षक सह पूर्व राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू को भी अवगत कराया गया, लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक बिमरला रोड को नहीं खुलवाने के विरोध में एसोसिएशन ने पदाधिकारियाें एवे सदस्यों ने विभिन्न माइंसों से आ रहे बॉक्साइट लोड लगभग 1000 ट्रकों को सड़क के किनारे खड़ा कर दिया। एसोसिएशन के पदाधिकारी, ड्राइवर, खलासी सभी लोग आदर में सड़क किनारे भोजन बनाकर खाया।
एसोसिएशन का साफ कहना था कि जब तक बिमरला रोड को प्रशासन नहीं खुलवाती है,तब तक सड़क पर ऐसे ही अन्य ट्रकों की भी लाइन लगी रहेगी।। क्योंकि बार-बार कुछ लोग बिना किसी कारण के ट्रक वालों को परेशान कर रहे हैं। तब तक हम लोग ट्रकों का परिचालन बंद रखेंगे और सड़क के किनारे खड़े रहेंगे और थाने के सामने धरना प्रदर्शन भी करेंगे। इस बंदी के कारण झारखंड सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपए का राजस्व का नुकसान होगा। जिसकी सीधी जिम्मेवारी घाघरा प्रशासन की होगी।बाद में गुमला अनुमंडल पदाधिकारी एवं एसोसिएशन के संरक्षक पूर्व सांसद धीरज साहू के बीच बातचीत के बाद परिचालन शुरू हो पाया।