लोहरदगा : 17 सितंबर की तारीख़ हर कारीगर और औज़ारों के ज़रिए जीवन यापन करने वालों के सबसे महत्वपूर्ण तारीखवार होती है । विश्वकर्मा पूजा को लेकर लोहरदगा जैसे औद्योगिक जिले में तो ये उत्साह देखते ही बनता है । लोहरदगा में कई स्थानों पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की गई। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक में भगवान विश्वकर्मा की पूजा कर लोगों ने अपने व्यापार, परिवार की उन्नति की प्रार्थना की ।
लोहरदगा जिले के सेन्हा प्रखंड स्थित कमला देवी राइस मिल के साथ-साथ विभिन्न प्रतिष्ठानों, बस-ट्रक, गैराज, वाहन शोरूम, तेल मिल, घरों और सार्वजनिक स्थानों में भी भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना की गई। जिले के सैकड़ों स्थानों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा भक्ति भाव से की गई है। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में विश्वकर्मा की पूजा कर भगवान से प्रार्थना की गई। भगवान की पूजा-अर्चना को लेकर युवाओं, व्यवसायियों में उत्साह देखा गया। लोगों ने अपने-अपने वाहनों, इलेक्ट्रानिक सामान आदि की पूजा-अर्चना की।
दोपहिया, चौपहिया वाहनों के साथ बस-ट्रक एवं मशीनरी की पारंपरिक रूप से पूजा की गई। भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते हुए अपने परिवार के लिए सुख, शांति, समृद्धि की प्रार्थना की गई। शहर के दर्जनों स्थानों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों और विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में भी भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई। पूजा आयोजन को लेकर भक्ति की धारा बहने लगी थी। विश्वकर्मा पूजा के दिन सुबह से ही भक्त भगवान विश्वकर्मा के दर्शन को लेकर निकल पड़े थे। विश्वकर्मा पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में एक अलग ही उत्साह नजर आया। पूजा उपरांत दोपहर बाद भक्त प्रसाद पाने के लिए अपने पूरे परिवार के साथ पूजा स्थल में पहुंचे हुए थे।