डेस्कः चीन की सोशल मीडिया कंपनी Tik Tok पर जासूसी का आरोप लगा है । आयरलैंड के एक यूजर की निजी जानकारी चीन भेजने का आरोप साबित होन के बाद Irish Data Protection Commission (DPC) ने चार वर्षों की जांच में ये सही पाया है और 600 मिलियन डॉलर यानी 50 खरब 72 अरब रुपए से ज्यादा का जुर्माना लगाया है ।
Tik Tok पर लगा भारी जुर्माना
आरोप है कि टिकटॉक द्वारा चीन को उपयोगकर्ताओं का डाटा भेजना यूरोपीय संघ की कड़ी डाटा गोपनीयता नियमों का उल्लंघन है और इससे जासूसी का खतरा पैदा हुआ।आयरलैंड के डाटा सुरक्षा आयोग ने यह भी कहा कि टिकटॉक अपने उपयोगकर्ताओं को यह स्पष्ट रूप से नहीं बताया कि उनका व्यक्तिगत डाटा कहां भेजा जा रहा है। आयोग ने कंपनी को छह महीने के भीतर नियमों के अनुरूप जुर्माना देने का निर्देश दिया है ।
डाटा चीन भेजने का आरोप
गौरतबल है कि Tik Tok का यूरोपीय मुख्यालय डबलिन में स्थित है, इसलिए आयरलैंड इसका मुख्य नियामक है। बताया जा रहा है कि टिकटॉक यह साबित करने में असफल रहा कि चीन में बैठे कर्मचारियों द्वारा यूरोपीय उपयोगकर्ताओं के डाटा तक दूर से पहुंचने पर वही सुरक्षा मानक लागू होते हैं, जो यूरोपीय संघ में निर्धारित हैं
Tik Tok करेगा अपील
टिकटॉक ने इस फैसले से असहमति जताई है और अपील करने की योजना बनाई है। कंपनी ने कहा कि यह निर्णय मई 2023 तक की एक सीमित अवधि पर केंद्रित है, जबकि उसने “प्रोजेक्ट क्लोवर” के तहत यूरोप में तीन डाटा सेंटर बनाने की योजना शुरू कर दी थी।