दिल्लीः झारखंड के नाबालिगों का इस्तेमाल देश की राजधानी में आईफोन चोरी कराने के लिए किया जा रहा है । दिल्ली पुलिस ने इसका खुलासा किया है । एक आईफोन या इतनी ही कीमत के किसी मोबाइल फोन की चोरी पर सरगना तीन हजार रुपए देता था । जी हां ये नाबालिग झारखंड से दिल्ली और दिल्ली से झारखंड अक्सर आया जाया करता था वो भी बिन टिकट के । पुलिस ने इस नाबालिग को जब पकड़ा तो इस मामले का खुलासा हुआ ।
आईफोन चोरी में झारखंड के बच्चों का इस्तेमाल
झारखंड में मोबाइल चोरी करने वाले ऐसे गिरोह का पता चला है जो देश भर में घूम-घूम कर आईफोन जैसे महंगे फोन की चोरी करता है और फिर उसे ब्लैक मार्केट में बेच देता है । दिल्ली पुलिस ने 22 दिसंबर को कमला मार्केट में एक महिला के आईफोन की चोरी के मामले की जब जांच शुरु की इसका खुलासा हुआ ।
एक आईफोन चोरी पर तीन हजार मिलते थे
पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर 13-14 वर्ष के एक लड़के को पकड़ा और पूछताछ की तो पता चला की झारखंड की राजधानी रांची में रहने वाले शिवा नाम का एक शख्स उसे दिल्ली भेजता था और प्रति मोबाइल चोरी के तीन हजार रुपए देता था । दिल्ली पुलिस ने उसे जुवनाइनल होम भेज दिया है ।
रांची का शिव महतो है सरगना
इधर राजधानी रांची में शिव महतो नाम का एक मोबाइल चोरी गिरोह का सरगना भी पकड़ा गया है जो कि बच्चों से सरस मेला में मोबाइल फोन चोरी करवा रहा था। पुलिस ने जब एक नाबालिग के पास तीन फोन बरामद किए तो शिव महतो से उसके तार जुड़े हुए मिले । पुलिस ने रातू रोड के किराए के मकान से उसे गिरफ्तार किया है ।
चोरी के लिए देता था सैलरी
बताया जा रहा है कि शिव महतो चोरी के काम में बच्चों का इस्तेमाल करता है। इन बच्चों की उम्र 10-15 वर्ष की होती है । शिव महतो इन बच्चों को बकायदा सैलरी भी देता था । पूछताछ से रांची पुलिस को जानकारी मिली है कि प्रति महीन पंद्रह हजार रुपए तक की सैलरी दी जाती थी।