Jharkhand Weather: झारखंड के रांची सहित राज्यभर में कनकनी भरी ठंड का प्रकोप जारी है। सुबह के समय में कुहासे से सड़क, रेल और हवाई मार्ग प्रभावित हो रहा है। रांची में कुहासे और कम दृश्यता की वजह से गुरुवार को सुबह में चार विमानों को डायवर्ट करना पड़ा। जबकि रेल सेवा पर भी इसका असर देखा गया।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन ठंड और कुहासे का दौर जारी रहेगा। सुबह में कुहासा छाया रहेगा और हाड़ कंपकंपाती सर्द हवा आम जनजीवन को सिहराएगी। आसमान में आंशिक बादल छाने पर 12 जनवरी के बाद ही कुछ राहत की उम्मीद है।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 11 जिलों में कुहासा अलर्ट जारी किया गया है। बिहार के सीमावर्ती जिलों में घना कुहासा छाया रहेगा। इसमें पलामू, गढ़वा, चतरा, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, देवघर, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ है।
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राज्य में गुरुवार को सर्दी काफी बढ़ गई। रांची समेत राज्य के अधिकांश जिलों के न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री तक की कमी आयी। लोहरदगा का तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि रांची का न्यूतमतम तापमान पिछले 24 घंटों के दौरान दो डिग्री नीचे गिरकर 7.0 डिग्री दर्ज किया गया। पूरे राज्य में सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम को छोड़कर शेष जिलों का न्यूनतम तापमान दस डिग्री से नीचे आ गया है। रांची के मैकलुस्कीगंज में पारा 1.5 डिग्री और कांके में चार डिग्री दर्ज किया गया।
रांची एयरपोर्ट पर दृश्यता कम होने की वजह से गुरुवार को दिल्ली, पुणे, मुंबई और हैदराबाद से आने वाले विमान को कोलकाता और रायपुर डायवर्ट कर दिया गया। इसमें इसमें सुबह नौ बजे इंडिगो का पुणे से रांची आ रहा विमान रायपुर डायवर्ट हो गया। इसी एयरलाइंस का द्ल्लिी से आ रहा विमान 9.15 बजे कोलकाता डायवर्ट हुआ। जबकि 9.50 बजे हैदराबाद से आ रहा विमान कोलकाता चला गया। यह सभी विमान 12 बजे के बाद रांची उतरे। दिन के 10.30 बजे के बाद रांची एयरपोर्ट से विमान सेवा सामान्य हुआ।
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रांची के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड में अगले दो दिनों के दौरान उत्तर स्थित बिहार के सीमावर्ती जिलों में घने कुहासे का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान सर्द और कनकनी बनी रहेगी। तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। हवा की गति बढ़ने पर कनकनी में और वृद्धि हो सकती है।
लेकिन एक और नए पश्चिमी विक्षोभ आने के कारण 11 जनवरी के बाद बादल छाने के कारण न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने का अनुमान है। ऐसी स्थिति में रात में तो कनकनी कम होगी। लेकिन दिन के दौरान धूप बाधित होने से कनकनी बढ़ सकती है।