झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार मंईयां सम्मान योजना के तहत ने प्रदेश की 56 लाख महिलाओं के खातों में पैसे ट्रांसफर किए। इस योजना का लाभ सरकार महिलाओं को दे रही है। लेकिन, झारखंड के बोकारो जिले में मंईयां सम्मान योजना में गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है।
यहां महिला ही नहीं, बल्कि एक पुरुष भी मंईयां सम्मान योजना का लाभ ले रहा था। मामले का खुलासा होने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और आरोपी व्यक्ति से ब्याज सहित पैसों की भरपाई करवा ली। चलिए बताते हैं पूरा मामला…
मामला झारखंड के बोकारो जिले का है। यहां एक पुरुष ने महिलाओं के लिए शुरू की गई मंईयां सम्मान योजना का लाभ उठा लिया। बीते दिनों झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 56 लाख महिलाओं के खातों में पैसे भेजे। इनमें से एक नाम पुरुष का भी था। मंईयां सम्मान योजना का गलत तरीके से लाभ उठाने वाले शख्स का नाम है आनंद प्रजापति।
यूपी में 3 बच्चों समेत परिवार के 5 लोगों की हत्या, बनारस के बाद मेरठ में सनसनीखेज वारदात
आनंद झारखंड के बोकारो में एक प्रज्ञा केंद्र चलाता है। आनंद ने अपने नाम से मंईयां सम्मान योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कर दिया था। बीते दिनों जब हेमंत सोरेन ने लाभुकों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए तो आनंद के खाते में भी योजना के पैसे आए। मामले का खुलासा होने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और आनंद से ब्याज सहित पैसे वसूल लिए। इस मामले में प्रशासन ने फ्रॉड करने के आरोप में आनंद प्रजापति के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई है।
साल हुए झारखंड विधानसभा चुनावों के दौरान हेमंत सोरेन ने वादा किया था कि प्रदेश में उनकी सरकार आने के बाद महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए दिए जाएंगे। चुनावी नतीजों के बाद जब हेमंत सोरेन की सरकार बनी तो उन्होंने वादे को निभाते हुए दो किश्तें महिलाओं के खातों में भेजनी शुरू कर दी।
हालांकि, मंईयां सम्मान योजना का लाभ हर महिला के लिए नहीं है। सरकार ने इसके लिए कुछ क्राइटेरिया तय किया है। इसके तहत 18-50 साल की महिलाओं को ही इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस योजना की दो किश्तें दे दी गई हैं। अब तीसरी किश्त इस महीने में कुछ दिनों में आ जाएगी।