जम्मू: पहलगाम टेरर अटैक के बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा का विशेष सत्र शुरु हो गया है। सुरेंद्र चौधरी ने पहलगाम में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए आतंकी हमले की निंदा की है । मीडिया से अपील की गई है विभाजनकारी बातों से बचा जाए । भारत सरकार से मांग की गई है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को जो दूसरे प्रदेशों में रह रहे हैं उनकी सुरक्षा की जाए । मीडिया हाउसेस से भी गुजारिश की गई है वो संयम बरते ।
सुरेंद्र कुमार चौधरी ने क्या कहा ?
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में शहीद आदिल हुसैन को श्रद्धांजलि देते स्पीकर ने कहा कि उन्होंने अपनी जान देते हुए पर्यटकों की जान बचाने की कोशिश की ।
उप मुख्यमंत्री सुरेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की मेहमाननवाजी ऐसी है जहां शेर और बकरी ने एक घाट पर पानी पीया था । कुछ लोग ऐसे हैं जो जम्मू-कश्मीर के भाईचारे पर नजर लगाना चाहते हैं । लोगों ने अपना भाईचारा नहीं खोया। महात्मा गांधी ने भी कहा था कि रोशनी कहीं नजर आती है तो जम्मू-कश्मीर से आती है ।
आदिल हुसैन की शहादत को श्रद्धांजलि
शहीद आदिल हुसैन की शहादत को भी हम नहीं भूल सकते हैं । हम दुआ करते हैं कि ये आखिरी हमला होना चाहिए । मैं जिस पार्टी से मैं आता हूं उस पार्टी के कई नेता, कार्यकर्ता शहीद हुए ।
गुलाम अहमद मीर का बयान
कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के इतिहास में पहला मौका था जब बिना किसी फतवा के तमाम दलों और लोगों ने दुकानें बंद की। विरोध किया । आतंकियों ने देश में अफरा-तफरी का एजेंडा दिया ।
सूरक्षा में चूक कैसे हुई ?
सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र के पास है इसलिए चूक को पर्दे में नहीं रखा नहीं जाना चाहिए । इतनी भीड़ बैसरन लोग पहुंच रहे थे तो सिक्यूरिटी लैप्स हुई । क्या हमारे अंदर तो नहीं बैठे ऐसे लोग जो इस तरह की वारदात को अंजाम देने में मदद की ।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 24 अप्रैल को आदेश जारी करते हुए जम्मू-कश्मीर विधान सभा के सभी माननीय सदस्यों को 28 अप्रैल 2025 को सुबह 10:30 बजे जम्मू में एकत्र होने का निर्देश दिया है। यह आदेश जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 18(1) के तहत जारी किया गया है।
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