रांची : झारखंड में जारी सियासी उठापटक के बीच महागठबंधन के विधायक और नेता शुक्रवार को मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका में सत्याग्रह पर बैठेंगे। सरकार बनाने का दावा पेश करने के बावजूद राज्यपाल द्वारा न्यौता नहीं मिलने के बाद महागठबंधन के विधायक और नेता अपना विरोध जताते हुए शुक्रवार को धरने पर बैठेंगे।
सत्याग्रह कार्यक्रम में महागठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम सहित जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के बड़े नेता इस सत्याग्रह में शामिल होंगे। सुबह 11 बजे बापू वाटिका में महागठबंधन के नेता अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे, राज्य में जारी राजनीतिक अनिश्चितता को लेकर ये अपना विरोध दर्ज कराएंगे। बुधवार के बाद गुरूवार को भी चंपई सोरेन के नेतृत्व में पांच सदस्यीय महागठबंधन के शिष्टमंडल ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था, राज्यपाल ने इन्हे जल्द ही इस संबंध में सूचना देने की बात कही थी।
वही दूसरी ओर बीजेपी ने भी वर्तमान राजनीतिक हालात को देखते हुए शुक्रवार को डेढ़ बजे अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में बीजेपी वर्तमान हालात को लेकर समीक्षा करेगी और आगे की रणनीति पर चर्चा करेगी। इस बैठक में झारखंड बीजेपी प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेय और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी शामिल रहेंगे।
राज्य में जारी राजनीतिक उथलपुथल के बीच महागठबंधन के विधायक हैदराबाद शिफ्ट हो रहे है। गुरूवार को महागठबंधन के विधायक हैदराबाद जाने के लिए रवाना हुए लेकिन खराब मौसम की वजह से उन्हे एयरपोर्ट से ही वापस होना पड़ा। करीब दो घंटे तक प्लेन रनवे पर इंतजार करती रही, आखिर कोहरे की वजह से विमान ने उड़ान नहीं भरा तो विधायक वापस एयरपोर्ट से सर्किट हाउस में शिफ्ट हो गए।सर्किट हाउस विधायकों के लौटने के बाद विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने विधायकों से मुलाकात की और आगे की रणनीति पर चर्चा की।