गिरिडीह: गिरिडीह के बराकर नदी में दर्जनों ट्रैक्टर रात-दिन नजर आ जाएंगें। बीच नदी की धार में आधे डूबे ये ट्रैक्टर हर पल बराकर को बर्बाद कर रहे हैं । रेत के लालच में ना तो किसी को नदी की चिंता है और ना ही कानून व्यवस्था की।खासतौर से गिरिडीह के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मटरूखा में तो हद पार हो चुकी है । हम आपको जो वीडियो दिखा रहे हैं उसके जरिए आप समझ सकते हैं कि किस तरह नदी को खोखला किया जा रहा है ।
बराकार नदी में बालू की लूट
बालू के तस्करों का हौसला चरम पर है । कैमरे का डर नहीं और ना ही पुलिस और किसी प्रशासन का खौफ है । नदियों से हर दिन बड़े पैमाने पर बालू की तस्करी की जा रही है जिससे न सिर्फ नदियों का अस्तितत्व खतरे में पड़ गया है, गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मटरुखा में स्थित बराकर नदी से बालू माफिया हर दिन करीब 500-600 ट्रेक्टर के जरिये बालू का उठाव कर रहे हैं। यह खेल दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे तक खुलेआम किया जा रहा है।
अवैध वसूली के जरिए तस्करी
गिरिडीह के मटरुखा में भी बडे पैमाने पर बालू माफिया को जंगली इलाकों को सेफ जोन बनाकर जंगल के बीच बालू डंप किया जाता है। बताया जाता है कि गिरिडीह से धनबाद तक फैला है पूरा सिण्डिकेट का गिरोह फैला है । इस खेल में गिरिडीह से लेकर धनबाद तक के माफिया शामिल है ओर इस खेल में सब का हिस्सा बंधा हुआ है। वहीं धनबाद के सर्रा में इंट्री करने के लिए गिरिडीह – धनबाद सीमा पर स्थित पुल से धनबाद जिला में प्रवेश करने के लिए प्रति ट्रेक्टर 2500 रूपये की वसूली की जाती है। इतना ही नहीं इस खेल के कई बड़े माफिया शामिल है। इसलिए दिन दहाड़े हो रहे इस बालू तस्करी के खेल में शामिल धंधेबाजों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।