पलामू : छतरपुर विधानसभा सीट से छठी बार विधायक चुनकर आये कांग्रेस नेता राधाकृष्ण किशोर ने आरजेडी उम्मीदवार पर बड़ा आरोप लगाया है। पलामू प्रमंडल के छतरपुर सीट पर दोस्ताना संघर्ष में जीतकर आये राधाकृष्ण किशोर ने अपनी जीत के बाद मीडिया के सामने बयान देते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी बीजेपी की जगह उन्हे हराने में ताकत लगा रहे थे।
सुरेश पासवान चुने गए RJD विधायक दल के नेता, हेमंत सोरेन कैबिनेट में मिल सकती है जगह
नवनिर्वाचित विधायक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि छतरपुर की जनता ने उन्हे अपार समर्थन दिया। विधानसभा क्षेत्र में सभी वर्गो की जनता का उन्हे वोट मिला। इस विधानसभा क्षेत्र में दो मोर्चो पर लड़ाई लड़ी जा रही थी। आरजेडी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है और उनके प्रत्याशी बीजेपी को हराने से ज्यादा राधाकृष्ण किशोर को हराने में ताकत लगा रहे थे।
अबुआ सरकार ने शहीद अर्जुन महतो के परिवार के लिए बढ़ाए मदद के हाथ, मिलेंगे 10 लाख और सरकारी नौकरी, हेमंत सोरेन का एलान
छतरपुर विधानसभा सीट पर आरजेडी और कांग्रेस ने अंतिम वक्त पर उम्मीदवार उतारे थे। राधाकृष्ण किशोर ने टिकट मिलने से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली थी। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को अपना समर्थन दिया था। राजद ने विजय राम को उम्मीदवार बनाया था और राजद से टिकट नहीं मिलने पर ममता भुईयां समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतर गई थी। वहीं बीजेपी ने एक बार फिर पुष्पा देवी को उम्मीदवार बनाया था।
झारखंड में मंगलवार से बदल जाएगा मौसमः गिरेगा पारा, सताएगी सर्दी, इस साल होगी जबदस्त ठंड
कांटे की लड़ाई ने राधाकृष्ण किशोर ने 20 साल बाद कांग्रेस के छोली में छतरपुर की सीट दी। महज 736 वोट से कांग्रेस ने बीजेपी को चुनाव में मात दी। राधाकृष्ण किशोर को कुल 71857 और पुष्पा देवी को 71121 वोट मिले हैं। जबकि राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी विजय राम को 20963 वोट मिला है।राधाकृष्ण किशोर छतरपुर से छठी बार प्रतिनिधित्व करेंगे। इससे पहले वह पांच बार छतरपुर से विधायक रह चुके हैं। साल 2004 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर छतरपुर से चुनाव लड़े थें और जीत हासिल की थी। बता दें कि पलामू में पांच विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से कांग्रेस ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ एक सीट ही जीत सकी थी।