रांचीः सिरमटोली फ्लाईओवर के रैम्प निर्माण के विरोध में आदिवासी संगठन एक बार फिर से आंदोलन के मूड में है। केंद्रीय सरना स्थल सिरम टोली बचाव मोर्चा के बैनर तले शनिवार को नगरा सरना भवन में सिरम टोली सरना स्थल के मेन गेट पर प्रस्तावित फ्लाइओवर रैम्प निर्माण के विरोध में आदिवासी संगठनों ने 4 जून को झारखंड बंद करने का एलान किया है। पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव के नेतृत्व में प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात की घोषणा की गई।
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गीताश्री उरांव ने इसके साथ ही आदिवासियों के जातिगत जनगणना, सरना धर्म कोड और पेसा कानून को लेकर भी सवाल उठाए। गीताश्री ने आरोप लगाया कि सातवां धर्म कॉलम हटा दिया गया है और अंग्रेजों के समय से चले आ रहे धर्म कॉलम को मिटाया जा रहा है। साथ ही, प्रशासनिक सहयोग से अंचल कार्यालय और थाना में आम आदिवासी परेशान हैं और धार्मिक जमीनें भी छीनी जा रही हैं।
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पूर्व मंत्री देवकुमार धान ने कहा कि पेसा कानून की नियमावली बनाई गई है, लेकिन ग्राम सभा के अधिकारों को लेकर अब भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। सीएनटी एक्ट का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है और धार्मिक स्थलों पर कब्जा किया जा रहा है।आंदोलनकारियों ने बताया कि 27 मई को राजभवन के समक्ष धरना दिया जाएगा और चार जून को झारखंड बंद बुलाया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता कुंदरसी मुंडा ने कहा कि नया आदिवासी मोर्चा बनाकर जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए बड़ा आंदोलन शुरू हो रहा है।