जमशेदपुरः झारखंड में बड़े पैमाने पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का काम हुआ है। अलग-अलग जगहों पर जांच के दौरान कई खुलासे हुए है। जमशेदपुर के चाकूलिया मटियाबांधी पंचायत में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने खुलासा किया है। उपायुक्त ने बताया है कि चार हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाये गये है।
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उपायुक्त ने बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम आर.टी.ई के तहत विद्यालयों में बीपीएल बच्चों के नामांकन के लिए जमा किए जन्म प्रमाण पत्र की जांच के क्रम में यह पूरा मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि मामला सामने आने के बाद घाटशिला SDO के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर चाकुलिया प्रखंड के मटियाबांधी पंचायत से जारी प्रमाण पत्रों की जांच कराई गई।
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उन्होंने बताया कि जनवरी 2023 से अबतक कुल कुल 4567 जन्म प्रमाण पत्रों की जांच के क्रम में 4281 जन्म प्रमाण पत्र फर्जी पाये गए हैं। फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर स्कूल में नामांकन, सरकारी योजना का लाभ अथवा जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर पासपोर्ट, आधार या अन्य दस्तावेज बनाये जाने की संभावना को देखते हुए संबंधित विभागों और एजेंसियों को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र की सूची भेजी गई है ताकि सही कार्रवाई हो सके।
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वहीं, SSP किशोर कौशल ने बताया कि मामले के जांच के दौरान पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन कर मटियाबांधी पंचायत सचिव सुनील महतो, वीएलई सपन कुमार महतो, मलकुण्डी पंचायत. शिवम डे, दो बिचौलिए हारिश प्रमाणिक और आरिफ आलम को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों के पास से फर्जी जन्म प्रमाण बनाने वाले उपकरणों को भी जब्त कर लिया गया है. वहीं, अन्य अभियुक्तों के खिलाफ अनुसंधान एवं छापेमारी जारी है।