रांची: असम के मुख्यमंत्री और झारखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी हेमंता बिस्व सरमा ने झारखंड दौरे पर पाकुड़ में आदिवासी महिलाओं से मुलाकात की। पाकुड़ के गोपीनाथपुर में दबंगों द्वारा आदिवासियों की जमीन को कब्जा करने के बाद पीड़ित परिवार से हेमंता बिस्व सरमा ने मुलाकात की और कहा कि सरकार के इशारे पर राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ कराई जा रही है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “”मैं आज पाकुड़ के गायबाथम गांव आया हूं, SPT कानून है, आदिवासी की ज़मीन स्थानांतरित नहीं हो सकती है। दो बांग्लादेशी घुसपैठियों ने ज़मीन कब्ज़ा की, इस पर कोर्ट ने प्रशासन को ऑर्डर दिया और कहा कि आदिवासी परिवार को उनकी ज़मीन वापस दी जाए लेकिन प्रशासन ने ज़मीन वापस दिलाने में कोई मदद नहीं की। ज़मीन पर जब मकान बनाने की कोशिश की गई तब उनके साथ मारपीट की गई और आज वे इलाजरत हैं। ज़मीन अभी तक उन्हें वापस नहीं मिली है। अगर ऐसा होगा तो झारखंड के एक आदिवासी मुख्यमंत्री की क्या ज़िम्मेदारी है?… सिर्फ घुसपैठ मुद्दा नहीं है यही हकीकत है।”
इसके बाद हेमंता ने केके एम कॉलेज जाकर आदिवासी छात्रों से मुलाकात की जिनपर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। उन्होने पाकुड़ में आदिवासी छात्रों की हुई पिटाई के मामले पर भी सरकार को घेरा और वहां के एसपी पर कार्रवाई करने की मांग की। शुक्रवार को हेमंता बिस्व सरमा बीजेपी के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।