रांचीः पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गये आईबी अधिकारी मनीष रंजन के परिजनों से झारखंड सरकार के मंत्री और विधायकों ने शुक्रवार को मुलाकात की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर सरकार के मंत्री और विधायक झालदा स्थित मनीष रंजन के आवास पर गये। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अभी स्पेन के दौरे पर है और गुरूवार को जब अनंतनाग से मनीष रंजन का पार्थिव शरीर रांची पहुंचा था तो सरकार का कोई भी मंत्री और विधायक उन्हे श्रद्धांजलि देने नहीं गये थे। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी अपने पार्टी नेताओं के साथ रांची एयरपोर्ट पहुंचकर मनीष रंजन के शव को श्रद्धांजलि दी थी।
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सरकार की ओर से किसी मंत्री और विधायक के एयरपोर्ट पहुंचकर श्रद्धांजलि नहीं देने को लेकर सरकार की बहुत फजीहत हुई थी। विदेश दौरे पर रहे मुख्यमंत्री को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होने सरकार के मंत्री और विधायकों को उनके आवास जाकर परिजनों से मिलने का निर्देश दिया। मनीष रंजन मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले है लेकिन उनके पिता झालदा में सेवानिवृत शिक्षक है और वहीं रहते है। मनीष रंजन के पार्थिव शरीर हो अंतिम संस्कार के लिए वही ले जाया गया है गुरूवार को उनका अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम संस्कार के अगले दिन सरकार में मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, विधायक मंगल कालिंदी और विधायक विकास मुंडा झालदा स्थित मनीष रंजन के परिजनों के पास पहुंचे और उनसे पूरी घटना की जानकारी ली।
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मनीष रंजन के परिजनों से मुलाकात के बाद मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आतंकियों के कायराना हरकत से पूरे देश की जनता में उबाल है, इस आतंकी हमले में किसी ने अपने पिता, किसी ने अपने पति, तो किसी ने अपने भाई को खोया है। हर एक परिवार का गम किसी से कम नहीं है। परिजनों से मिलकर ऐसा लगा जैसे उनके ऊपर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है । झारखंड सरकार आई बी अधिकारी मनीष रंजन के परिजनों को हर संभव मदद करेगी।