पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू को सीमांचल में बड़ा झटका लगा है। जेडीयू के उपाध्यक्ष रहे मास्टर मुजाहिद आलम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। संसद में वक्फ संशोधन बिल को जेडीयू के समर्थन से आहत मुजाहिद आलम ने पार्टी को अलविदा कह दिया है।
कानून अगर सुप्रीम कोर्ट ही बनाएगा तो संसद भवन को बंद कर देना चाहिए, BJP सांसद निशिकांत दुबे का बयान
मास्टर मुजाहिद आलम पिछले 15 सालों से जेडीयू से जुड़े हुए थे और किशनगंज के कोचाधामन से विधायक भी रह चुके थे। किशनगंज के जेडीयू जिलाध्यक्ष मुजाहिद आलम ने पार्टी छोड़ने से पहले बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर वक्फ संशोधन बिल को समर्थन देकर मुसलमानों को धोखा देने का आरोप लगाया है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होने कहा कि वक्फ संशोधन कानून को जेडीयू का समर्थन उचित नहीं है। इसी वजह से मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
बिहार के स्कूल में बार बालाओं ने लगाये ठुमकें, दारोगा स्टेज पर बैठकर ले रहे थे मजा, Viral Video
किशनगंज के जदयू जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने शनिवार को जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है। प्रेसवार्ता के दौरान मुजाहिद आलम ने कहा है कि वक्फ संशोधन बिल के विरोध में इस्तीफा दिया है। साथी उन्होंने कहा कि 15 वर्षों से मैं जदयू से जुड़ा रहा और पार्टी हित में मैं काम किया है। किशनगंज जिले में जदयू संगठन को मजबूत बनाने का काम किया था। लेकिन वक्फ संशोधन कानून का पार्टी का समर्थन उचित नहीं है। इस वजह से मैं इस्तीफा दे रहा हूं।