पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के करीबी और बालू माफिया सुभाष यादव के खिलाफ ईडी ने शिकंजा कस दिया है। ईडी ने सुभाष यादव समेत तीन के खिलाफ धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत चार्जशीट दायर की है। प्रवर्तन निदेशालय ने सुभाष यादव उनकी कंपनी मोर मुकुट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी जितेंद्र सिंह और ब्राडसन कंपनी के पूर्व निदेशक कृष्ण मोहन सिंह को अभियुक्त बनाया है। इस मामले को लेकर ईडी ने पटना के पीएमएलए के विशेष अदालत में चार्जशीट दायर की है।
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अवैध बालू खनन मामले में ईडी ने चतरा लोकसभा सीट से आरजेडी के पूर्व प्रत्याशी सुभाष यादव के पटना के दीघा स्थित आवास से गिरफ्तार किया था। सुभाष अभी पटना के बेउर जेल में बंद है। ईडी ने सुभाष यादव के पैसे का हिसाब किताब रखने वाले जितेंद्र कुमार सिंह और ब्राडसन कंपनी के निदेशक कृष्ण मोहन सिंह की गिरफ्तारी के बाद उन्हे रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। पूछताछ में पटना, सारण, अरवल, रोहतास समेत बिहार के अन्य जगहों पर बालू के अवैध खनन से कमाई का मामला सामने आया था। सबकुछ ब्राडसन कंपनी को मिले बालू के टेंडर के आड़ में किया जाता था। इससे सरकार को 83 करोड़ 52 लाख 45 हजार रूपये की राजस्व की क्षति हुई।
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बिहार में बालू के अवैध कारोबार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने दो प्राथमिकी दर्ज की है। 2023 में दर्ज मामले में एमएलसी राधा चरण सेठ, मिथिलेश सिंह, बबन सिंह, सुरेन्द्र कुमार जिंदल और राधाचरण के बेटे कन्हैया प्रसाद और ब्राडसन कंपनी को आरोपी बनाया गया। दूसरे मामले में सुभाष यादव, जितेन्द्र कुमार और कृष्ण मोहन सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया। ईडी ने अबतक आठ लोगों को अभियुक्त बनाया है।