रांची : हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कल्पना सोरेन राजनीति में एक्टिव हो गई है। इन दिनों उनका समय अपने ससुराल नेमरा में बीत रहा है। होली और उसके अगले दिन बाहा पर्व को उन्होने अपने गांव में परिवार के सदस्यों के साथ मनाया। कल्पना ने रसोई में भी जमकर हाथ बटाया। अपने ससुर शिबू सोरेन और बच्चों के साथ वो बाहा पर्व में शामिल हुई।
कल्पना सोरेन ने हेमंत सोरेन की अनुपस्थिति में बाहा पर्व को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी भावनाएं रखते हुए लिखा कि सभी राज्यवासियों को प्रकृति पर्व बाहा की हार्दिक शुभकामनाएं और जोहार। यह पर्व, प्रकृति और समृद्ध आदिवासी विरासत के मूल नियमों में निहित है।
आज गांव में हेमन्त जी की अनुपस्थिति में राज्यवासियों के कल्याण की कामना करते हुए बाहा पर्व से संबंधित अनुष्ठान को किया गया। आज हम उदास ज़रूर हैं पर दृढ़ विश्वास है कि कोई भी तानाशाही ताकत हेमन्त जी के हौसले को कमजोर नहीं कर सकती।
बाहा पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण और भविष्य के लिए संतुलित अनुशासन की महत्वपूर्णता को समझने के लिए प्रेरित करता है। जलवायु परिवर्तन के इस दौर में जब हम प्रकृति पर्व को मनाते हैं तो प्राकृतिक संसाधन और समाज के संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उसे आगामी पीढ़ी के लिए संरक्षित करने का संकल्प भी लेते हैं।
~कल्पना मुर्मू सोरेन