डेस्कः बीजेपी सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की मुसीबतें बढ़ गई है। चंढ़ीगढ़ की कोर्ट ने इमरजेंसी फिल्म को लेकर कंगना को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने इमरजेंसी फिल्म में सिखों की छवि खराब करने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की याचिका पर सुनवाई करते हुए कंगना रनौत को नोटिस जारी किया है। इस मामले को लेकर अधिवक्ता रविंदर सिंह बस्सी ने याचिका दायर की थी। याचिका में उन्होंने कहा है कि फिल्म में गलत तथ्य पेश कर सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है।
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अधिवक्ता रविंदर सिंह बस्सी ने याचिका में आरोप लगाया कि अभिनेत्री कंगना रनौत और अन्य प्रतिवादियों ने फिल्म ‘इमरजेंसी’ में ”सिखों की छवि खराब करने” की कोशिश की है। खासतौर पर अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार को ‘आतंकवादी’ के रूप में चित्रित करके उन्हें निशाना बनाया है। बस्सी के मुताबिक, ”फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार अलग राज्य की मांग कर रहे थे जो पूरी तरह से झूठ है और यह सिर्फ सिखों और अकाल तख्त जत्थेदारों की छवि को खराब करने के लिए दिखाया गया था।”