रांची : बीजेपी ने झारखंड के 11 उम्मीदवारों की घोषणा शनिवार को की। अपने दो वर्तमान सांसदों का टिकट काटने के बाद बीजेपी की ओर से सबसे चौकाने वाला नाम राजमहल से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में ताला मरांडी का नाम है।
ताला मरांडी और विवाद का पुराना नाता रहा है। करीब ढ़ाई साल बाद बीजेपी में वापसी करने वाले पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी को बीजेपी ने जेएमएम के गढ़ राजमहल से उम्मीदवार बनाया है। वर्तमान में जेएमएम के एकमात्र सांसद विजय हांसदा इसी सीट से सांसद है।
ताला मरांडी को लेकर सबसे बड़ा विवाद उस समय खड़ा हुआ था जब उन्हे प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। उस समय वो बोरियो से विधायक थे और अपने बेटे मुन्ना मरांडी की नाबालिग लड़की से शादी कराकर पार्टी की छिछालेदर करा दी थी। बीजेपी को इस विवाद के बाद बड़ी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी। इसी बीच उन्होने अपने केंद्रीय नेतृत्व की अनुमति लिये बगैर प्रदेश कमेटी का विस्तार कर दिया था। ताला मरांडी को लेकर विवाद यही खत्म नहीं हुआ, उन्हे तत्कालीन रघुवर दास सरकार की भी जमकर फजीहत करा दी थी जब उन्होने सीएनटी-एसपीटी एक्ट को लेकर सरकार के फैसले पर सवाल खड़ा कर दिया था। इन तीनों विवाद के बाद बात इतनी बढ़ गई कि उन्हे मामला दिल्ली दरबार तक चला गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा करने वाले ताला मरांडी की शिकायत दिल्ली आलाकमान से कर दी।
ताला मरांडी को लेकर चौतरफा घिर गई बीजेपी ने ताला मरांडी को अध्यक्ष पद से तीन महीने के अंदर ही विदा कर दिया। ताला मरांडी, बीजेपी और वर्तमान सरकार के बीच खाई इतनी लंबी हो गई कि उन्हे 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने टिकट नहीं दिया। टिकट कटने के बाद ताला बागी होकर आजसू में शामिल हो गए और बोरिया से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हे हार का सामना करना पड़ा। ढ़ाई साल के वनवास के बाद 17 मई 2022 को बाबूलाल मरांडी युग आते ही तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश की मौजूदगी में बीजेपी में इनकी वापसी हो गई। वापसी के दो साल पूरे भी नहीं हुए और बीजेपी ने इनको राजमहल के अपना उम्मीदवार बना दिया। पिछले बार उम्मीदवार रहे हेमलाल मुर्मू के जेएमएम चले जाने के बाद बीजेपी ने ताला मरांडी के रूप में नया उम्मीदवार दिया है। उन्हे उम्मीदवार बनाने के साथ ही ताला मरांडी को लेकर पुराना विवाद फिर सामने आ गया है।