झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भाजपा के बंटेंगे तो कटेंगे नारे पर निशाना साधते हुए दावा किया कि राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा। भाजपा के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर एक सवाल के जवाब में हेमंत सोरेन ने कहा कि यहां ना तो बंटे हैं, ना बटेंगे लेकिन ये (भाजपा) लोग चुनाव के माध्यम से कूटे जरूर जाएंगे।
बता दें कि हेमंत सोरेन ने यहां अपने आवासीय कार्यालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में चुनाव प्रचार के बीच में आयकर के छापों की आलोचना की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि बंटेंगे तो कटेंगे कहने वालों को महासमर में राजनीतिक रूप से कुटेंगे।
उन्हें बहुत कम समय मिला, लेकिन अल्प समय में ही उन्होंने राज्य को दिशा देने के लिए जो लकीर खींची है वह विरोधी भाजपा के सामने इतनी बड़ी दीवार बनकर खड़ी हो गई है कि जिसे भाजपा अब कभी पार नहीं कर पाएगी। महासमर में भाजपा की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर सीएम सोरेन ने कहा कि जिनके खुद के घर शीशे के होते हैं वह दूसरों के घर पत्थर नहीं फेंकते…
पत्रकार वार्ता के दौरान सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बार का चुनाव विपक्ष अपनी पूरी ताकत के साथ लड़ रहा है। वह भी पूरी मजबूती से उनका सामना कर रहे हैं। यही मुकाबला पिछली बार 2019 में भी हुआ था और परिणाम क्या रहा है सभी जानते हैं। इस बार भी इंडिया गठबंधन के पक्ष में जनादेश आएगा, उन्हें पूरा विश्वास है।
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हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य बनने के बाद पहली बार समय से पहले चुनाव हो रहा है। ऐसा क्यों हो रहा है इसका सही जवाब उन्हें अब तक नहीं मिल पाया है। आखिर क्या मजबूरी थी जो समय से एक डेढ़ महीने पहले राज्य में चुनाव कराए जा रहे हैं।
हम राज्य के युवाओं के लिए नौकरी के दरवाजे खोल चुके थे, अब बस नौजवानों को इससे प्रवेश कराते हुए बड़ी संख्या में रोजगार और नौकरी देनी थी, लेकिन बीच में ही हमारे इम्तिहान का वक्त आ गया। एकबार फिर झारखंड में सरकार बनते ही नौकरी देने की दिशा में तेजी से काम किया जाएगा।
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