दुमका : झारखंड मेंं हो रही राजनीतिक हलचल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है। मीडिया से बात करते हुए मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल जाने के काफी करीब है इसलिए पत्नी को मुख्यमंत्री बनाने में जुट गए है।
गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे पर उन्होने कहा कि उनका इस्तीफा कराया गया है। राज्य में एक बार फिर से संवैधानिक संकट उत्पन्न होने की स्थिति है। उन्होने कहा कि हेमंत सोरेन को पता है कि उनकी पत्नी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट से चुनाव नहीं लड़ सकती है इसलिए उन्होने जेएमएम विधायक से इस्तीफा दिलवाया।
मरांडी ने महाराष्ट्र हाईकोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव होने में एक साल से कम का वक्त है और कोर्ट के आदेश के मुताबिक एक साल से कम समय रहने पर विधानसभा का उपचुनाव नहीं कराया जा सकता है। झारखंड में पिछला विधानसभा चुनाव का परिणाम जिस दिन से आया है उस दिन से ही चुनाव आयोग ने विधानसभा का गठन कर दिया है। ऐसे परिस्थिति में उपचुनाव कराया जाना असंवैधानिक होगा क्योकि अब यहां एक साल से कम का समय बचा है।
मरांडी ने आगे कहा कि अगर मुख्यमंत्री ऐसा निर्णय लेते है तो दूसरी बड़ी गलती होगी। बाबूलाल ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री का ऐसा कोई प्रस्ताव आया तो बीजेपी राज्यपाल से मिलकर इस मामले में अटार्नी जनरल से सलाह लेने और विधि सम्मत कदम उठाये जाने की मांग करेगी। हेमंत सोरेन के ऐसे कदम से एक बार फिर झारखंड का मजाक बन सकता है और बीजेपी राज्य का मजाक नहीं बनने देगी।