गिरिडीह: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन के साथ मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार गिरिडीह आये। उन्होने सबसे पहले पारसनाथ में मरांग बुरू की पूजा अर्चना की उसके बाद मधुबन स्थित अधिष्ठायक देव श्री भोमियाजी महाराज मंदिर में पूजा – अर्चना कर राज्यवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
सीएम आवास घेर रहे सहायक पुलिसकर्मियों का आंदोलन खत्म, डीजीपी ने सरकार से बातचीत का दिया आश्वासन
गिरिडीह में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि गिरिडीह पर विशेष ध्यान इसलिए है क्योकि ये बड़ा जिला है। यहां ध्यान देने का विषय ये है कि किसानों के लिए हमें क्या करना है। बरसात का मौसम है, रोपणी का वक्त है। विशुद्ध रूप से खेती-बाड़ी का ये वक्त है। हमें समीक्षा के बाद पता चला है कि यहां बारिश कम हुई है और लोग इंतजार में है बारिश का। इसको ध्यान में रखते हुए, काम कर रही है, इसपर लगातार नजर बनाये हुए है। जैसे परिस्थिति उत्पन्न होगी, उसके अनुरूप हमलोग निर्णय लेंगे।
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार गिरिडीह पहुंचे हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन, पारसनाथ में की मरांग बुरू की पूजा
जब मुख्यमंत्री से ये सवाल पूछा गया कि झारखंड में समय से पहले चुनाव कराने की तैयारी चल रही है, बीजेपी के नेता लगातार झारखंड आ रहे है, आप भी दिल्ली दौरे पर गए हुए थे, आपकी पार्टी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस सवाल के जवाब में हेमंत सोरेन ने कहा कि मेरा दिल्ली दौरा हुआ है तो मै दिल्ली में क्यों चुनाव लड़ूंगा, चुनाव तो यही लडूंगा, वो झारखंड में दौरा कर रहे है तो झारखंड में चुनाव होगा। वो आ रहे है जा रहे है , उनका अपना राजनीतिक कार्यक्रम है और चुनाव की बात है तो चुनाव संवैधानिक प्रक्रिया है और उस प्रक्रिया के तहत होगा। जो लोग अपने अपने शगूफे छोड़ रहे है वो शगूफे छोड़ते रहे कोई विषय नहीं है। अपने सरकार के कार्यो को हम गति देने में लगे है।