पटनाः रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम आरजेडी अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू यादव से करीब चार घंटे तक पूछताछ की। लालू यादव करीब 11 बजे पटना स्थित प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिर पहुंचे। इससे पहले मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बड़े बेटे पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव से ईडी ने पूछताछ की थी। दोनों से पटना स्थित ईडी कार्यालय में पूछताछ हुई थी और वहां से बाहर निकलने के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से कोई बात नहीं की। राबड़ी, तेजप्रताप और लालू के बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत दर्ज किए जा रहे हैं।
#WATCH पटना: RJD अध्यक्ष लालू यादव जमीन के बदले नौकरी घोटाले में एजेंसी के सामने पेश होने के लिए प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंचे।@laluprasadrjd @RJDforIndia @RJD_BiharState @patna_RJD #laluyadav pic.twitter.com/FgEuJMd6xd
— Live Dainik (@Live_Dainik) March 19, 2025
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राबड़ी देवी अपने सांसद बेटी मीसा भारती के साथ ईडी कार्यालय पहुंची थी। उनसे ईडी ने लंबी पूछताछ की। उनसे ईडी ने सात सवाल किये। राबड़ी देवी से ईडी के अधिकारियों ने पूछा कि आपके नाम जो जमीन है वो आपने कैसे अर्जित की। जिन लोगों से नौकरी के बदले जमीन ली गई आप उन्हे कैसे जानती है। उन लोगों को नौकरी देने के लिए आपने पैरवी क्यों की। पटना में अपार्टमेंट और न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में बंगला कैसे लिया।
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राबड़ी देवी के साथ ईडी के अधिकारियों ने उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव से भी पूछताछ की गई। इस मामले में तेजप्रताप यादव से ईडी ने पहली बार पूछताछ की। ईडी ने राबड़ी देवी से 4 घंटे तक सवाल किए. जबकि तेज प्रताप से 4.5 घंटे तक पूछताछ चली।इससे पहले ईडी ने 20 जनवरी को लालू यादव और तेजस्वी यादव से लंबी पूछताछ की थी और 50 से अधिक सवाल पूछे थे।