पटना: देश के कुछ विश्वविद्यालय ने अपने छात्राओं के लिए पीरिएड लीव पॉलिसी लागू की है। बिहार में भी इस पॉलिसी को पहली बार किसी विश्वविद्यालय ने लागू किया है। इस लीव पॉलिसी के माध्यम से छात्राओं की विशेष जरूरतों को समझते हुए उन्हे सपोर्ट देने की मंशा बताई गई है।
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पटना के चाणक्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने मासिक धर्म अवकाश नीति को मंजूरी दे दी है। बुधवार को यूनिवर्सिटी के रजिस्टार एसपी सिंह ने इसको लेकर एक पत्र जारी कर दिया। इस नीति का उद्देश्य मासिक धर्म के दौरान प्रतिपूरक उपस्थिति के लिए विशेष सहायता प्रदान करना है। छात्राएं हर महीने पढ़ाई के दौरान एक दिन के छुट्टी का दावा कर सकती है।
चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी से पहले छत्तीसगढ़ की हिदायतुल्लाह लॉ यूनिवर्सिटी ने और सबसे पहले NALSAR यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ ने मासिक धर्म अवकाश नीति लागू किया था।