पाकुड़ः पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता चंपाई सोरेन ने पाकुड़ के हिरणपुर में मांझी परगना सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व विधायक सीता सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम भी उनके साथ मंच पर मौजूद थे। बीजेपी में शामिल होने के बाद चंपाई सोरेन का ये पहला बड़ा कार्यक्रम था खासतौर पर कोल्हान से बाहर चंपाई पहली बार बीजेेपी नेता के तौर पर किसी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
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जेएमएम से बगाी होकर बीजेपी का दामन थामने वाले चंपाई सोरेन, सीता सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम पहली बार बीजेपी के किसी मंच पर एक साथ नजर आए। मांझी परगना सम्मेलन को संबोधित करते हुए चंपाई सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होने कहा कि जिस तरह से संताल इलाके में बांग्लादेशियों की घुसपैठ हो रही है वो राज्य के लिए बहुत चिंता का विषय है। उन्होने कहा कि घुसपैठ की वजह से मांझी मलाह सामाज में काफी आक्रोश है। मांझी समाज की जमीन कैसे बचेगी उसपर चर्चा होनी चाहिए। बांग्लादेशी घुसपैठियों ने यहां के आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर लिया है।प्रधानी व्यवस्था कैसे प्रखर और मजबूत बने इसको लेकर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी। ये धरती वीर सिदो-कान्हू की धरती है। संथाल की धरती वीरों की धरती है और बाहरियों के द्वारा इस जमीन का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं करेगा।इसके अलावा संथाल के आदिवासियों की अस्मत से खिलवाड़ और उनकी जमीन हड़पने वालों को मांझी महाल समाज किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। इसका प्रतिकार किया जाएगा वही सीता सोरेन ने हेमंत सोरेन पर हमला करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार गूंगी बहरी हो गई है हमें अपनी मांगों को लेकर जोर से आवाज लगानी होगी ताकि मुख्यमंत्री की कानों तक आवाज जाए और वो हमारी बातें सुन सके।