चाईबासा : 2023 के आखरी दिन 31 दिसंबर को चाईबासा में बीजेपी प्रदेश पदाधिकारियों, जिला प्रभारियों और जिलाध्यक्षों की बैठक हुई। इस बैठक में चाईबासा सीट सहित राज्य के सभी सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा गया। रविवार को चाईबासा में हुए समीक्षा बैठक मेंं प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेय, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, सांसद समीर उरांव, पूर्व सांसद रविंद्र राय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी, प्रदेश उपाध्यक्ष नीलकंठ मुंडा समेत पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और विभिन्न जिलों से आये जिला प्रभारी और जिलाध्यक्ष मौजूद थे।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 2023 का ये अंतिम दिन भी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने संगठन ेको समर्पित किया है। पांच राज्यों के चुनाव में दशहरा, दीपावली जैसे त्योहार भी घर के बाहर मनाया, जिसके सकारात्मक परिणाम आये। कार्यकर्ता का परिश्रम ही पार्टी की पूंजी है। 2023 में सेवा, संगठन और आंदोलानात्मक कार्यक्रम हुए। विधानसभा स्तर पर संकल्प यात्रा बारिश के मौसम में भी ऐतिहासिक रूप से सफल हुई। 2024 का वर्ष हमें विजय वर्ष के रूप में मनाना है। राज्य की 14 लोकसभा सीट पर कमल खिलाकर केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनानी है। सर्व स्पर्शी, सर्वव्यापी भाजपा को बुथों तक पहुंचाना है। आज घर घर मोदी सरकार की योजनाएं पहुंच रही है। घर घर भाजपा पहुंच रही है।
समीक्षा बैठक में प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास की नई उंचाईयों पर चल रहा है। इसी अभियान को बढ़ाते हुए 2024 में 400 पार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए झारखंड के सभी लोकसभा सीट को जीतना है। उन्होने कहा कि एक समय सिंहभूम लोकसभा सीट एक समय भाजपा के पास थी उसे वापस बड़े अंतर से जीतकर प्रदेश के सभी 14 सीटों पर विजय हासिल करनी है।
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने बैठक में कहा कि हेमंत सरकार भ्रष्टाचार के आकंठ तक डूबी है। सबसे बड़े कैश कांड पर प्रधानमंत्री ने चिंता व्यक्त करते हुए पाई पाई वापस लाने का भरोसा दिया है। हेमंत सरकार ने एक बार फिर दलित आदिवासियों को ठगा है। युवा झारखंड को 10 साल पहले ही बूढ़ा बनाया जा रहा है। राज्य में वृद्धा पेंशन का वही हाल है जो बेरोजगारी भत्ता का है। आज राज्य का युवा, किसान, मजदूर, महिला सभी गुस्से में है। 2024 में केंद्र में मोदी सरकार और प्रदेश में बीजेपी नेतृत्व की सरकार बनाने के लिए जनता संकल्पित है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ राज्य सरकार केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करती है और असहयोग का रोना रोती है वही सच्चाई ये है कि हेमंत सरकार केंद्रीय योजनाओं के पैसे खर्च का हिसाब नहीं दे रही है। खजाने में पैसे पड़े है और खर्च नहीं हो रहे है। प्रधानमंत्री ने सुशासन पर बल दिया है जो सरकार पारदर्शी तरीके से खर्च कर रही है उसे पैसे की कोई कमी नहीं है। हेमंत सरकार आदिवासी, किसान, कृषि से संबंधित योजनाओं को धरातल पर नहीं उतार रही है। कृषि क्षेत्र में इस वर्ष झारखंड सरकार केंद्रीय वित्तीय सहायता नहीं प्राप्त कर सकी है क्योकि इस सरकार ने पिछले वर्ष का हिसाब नहीं दिया है।