दुमका: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका में संताल परगना के 6 जिलों की महिलाओं को झारखंड मुख्यमंत्री मईंया सम्मान योजना के तहत सम्मान राशि हस्तांतरित करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विपक्ष में जोरदार हमला किया। चंपाई सोरेन और हेमंता बिस्व सरमा का नाम लिये बिना हेमंत सोरेन ने बीजेपी के नेताओं पर तीखा तंज कसा।
अमित शाह से मुलाकात के बाद बोले चंपाई सोरेन, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पर विश्वास बढ़ा है इसलिए BJP की ले रहा हूं सदस्यता
चंपाई सोरेन के बीजेपी में जाने को लेकर हेमंत सोरेन ने बिना चंपाई सोरेन का नाम लिये बीजेपी पर हमला साधते हुए कहा कि बिना लोग अजीब अजीब चीज को लेकर ठिंठोरा पीटते है, कहते है खिंचाई बिल्ली खंभा नोचे। यहां के नेताओं का तो सिर फुटव्वल हो ही चुका है, यहां के नेताओं का लूटिया तो डूब ही चुका है, डूबी हुई नेताओं की लुटिया उठाने के लिए अब असम से, छत्तीसगढ़ से, मध्यप्रदेश से, उत्तराखंड से यूपी से यहां लोग आते है इनका बेड़ा उठाने के लिए। यहां पर सरकार के कार्यो को देखकर इनकी आंखे फंटी हुई है। ऐसे ही कैंप लगा लगाकर हम लोगों ने ऑफर लेटर बांटे है। हम लोगों ने कानून भी बनाया है, इस राज्य में जो भी कंपनी होगी उस कंपनी में 75 प्रतिशत हमारे स्थानीय लोगों को नौकरी होगी, और इसके साथ हम लोगों ने ऐसे ही पंडाल लगा लगाकर लाखों नौजवानों को नियुक्तिपत्र दिया है, लेकिन इनको दिखता नहीं है। इनका अपना राज्य का क्या हालत है, इनको मालूम है। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के माध्यम से नौजवानों को रोजगार दिया जा रहा है, गाड़ी बांट रहे है हम लोग, बस बांट रहे है, बोलेरो बांट रहे है, ट्रैक्टर बांट रहे है। गाय, मुर्गी, बत्तख, सुअर, बकरी सब बंट रहा है, पेंशन बंट रहा है और इनको टेंशन हो रहा है कि अब आगे का लड़ाई कैसे लड़ेंगे। अब लगे हुए है कि झारखंड में फिर से सरकार तोड़ो अभियान, विधायक तोड़ो अभियान में। अभी लोकसभा चुनाव में भी यही तमाशा किया था इन लोगों ने, पूरे देश के लोगों को बेवकूफ बनाने का काम किया। हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई करने का इन लोगों को जो फार्मूला है, इनके सभी नेता जैसे भजन कीर्तन करते है, वैसे ही हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई, अगड़ा-पिछड़ा , आदिवासी-दलित यही करता रहा है ये लोग, और नतीजा ये रहा कि लोकसभा चुनाव में भगवान श्री राम ने भाजपा के लोगों को इतना बड़ा असर दिखा दिया कि इतना छोटा हो गया। आज के दिन में केंद्र सरकार बनाने के लिए इन लोगों को बैशाखी का जरूरत पड़ रहा है। ये लोग कुछ देने वाला लोग नहीं है, ये लोग लेने वाला लोग है, व्यापारी लोग कभी कुछ देता है, ये लोग लेता है, इससे छीनना पड़ता है। यही वजह है कि इस राज्य का एक लाख 36 हजार करोड़ केंद्र सरकार बकाया रखा हुआ है।
"यहां के नेताओं का सिर फुटव्वल हो चुका है,इनका लूटिया तो डूब ही चुका है"
"इनका लूटिया उठाने के लिए असम, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ ,UP से लोग आ रहे है"
"इनका बेड़ा गर्क हो चुका है"
"ये फिर से सरकार तोड़ो अभियान में लगे हुए है"
"ये लोग देने वाला नहीं लेने वाला लोग है"
(हेमंत सोरेन का… pic.twitter.com/CELbZLux6u— Live Dainik (@Live_Dainik) August 27, 2024