रांचीः भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पलट वार करते हुए कहा कि अपनी निश्चित हार को देखकर झारखंड मुक्ति मोर्चा बहाने बनाने में जुट गया है। प्रतुल ने कहा की 23 नवंबर को झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार का अंत हो जाएगा।
हार देख बहाना बना रही है
प्रतुल ने कहा कि जिस चुनाव आयोग पर झारखंड मुक्ति मोर्चा आज आरोप लगा रही है, इसी चुनाव आयोग, अर्द्ध सैनिक बलों और राज्य पुलिस के देखरेख में हुए चुनाव में 2019 में इन्होंने जीत हासिल की थी।लेकिन इस बार हार के बहाने बनाने के लिए इसी चुनाव आयोग पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया जा रहा। प्रतुल ने कहा कि चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ भी अनेक मामलों में संज्ञान लिया है ।लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने कभी शिकायत नहीं की और उन आदेशों का अनुपालन किया। लेकिन झामुमो चुनाव आयोग पर आरोप की झड़ी लगा देता है।
जेएमएम का टूलकिट
प्रतुल ने कहा कि कुछ अधिकारी इस सरकार में टूलकिट बनकर काम करते रहें। एक जिलाधिकारी को चुनाव आयोग ने निर्वाची कार्य से हटाया तो उन्हें राजधानी का जिलाधिकारी बना दिया गया। झारखंड मुक्ति मोर्चा को इस पर भी आपत्ति है। भाजपा हमेशा से मनाती है कि अधिकारियों को नियम कानून से चलना चाहिए क्योंकि सरकारें आती जाती रहती है।लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिकारियों को अपना एजेंट बनाने की कोशिश की है।
निरंजन राय को खरीदने पर दिया ये जवाब
प्रतुल ने कहा की बाबूलाल मरांडी पर निरंजन राय को खरीदने का आरोप लगाने वाले अपने गिरेबान में झांक कर देखें। निरंजन राय जी ने इस भ्रष्ट सरकार के खिलाफ बाबूलाल जी को नीतियों के आधार पर समर्थन दिया। इससे झारखंड मुक्ति मोर्चा बदहवास हो गई ।लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यह स्पष्ट नहीं किया कि जेकेएलएम पार्टी के उम्मीदवार को बैठाने का गांडेय और गढ़वा में कितने में सौदा हुआ था? प्रतुल ने नसीहत दी कि राजधनवार के झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार का स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ब्लड प्रेशर चेक करना चाहिए। क्योंकि वो बात बात पर पत्रकारों को पीटने पर उतारू हो जा रहे हैं।