पटनाः केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्ष में बिहार बीजेपी के कार्यसमिति की बुधवार को बैठक हुई। इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के साथ एक अजीब ही घटना हुई। पटना के ज्ञान भवन पहुंचे अश्विनी चौबे कार्यसमिति की बैठक में पहुंचे और अपने नाम की कुर्सी खोजने लगे। आगे से पीछे तक चक्कर लगाने के बाद भी जब चौबे को अपने नाम की पर्ची किसी कुर्सी में सटा हुआ नहीं मिला तो वो नाराज होकर वहां से चले गए।
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इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह इस दौरान वहां मौजूद थे। उन्होने अश्विनी चौबे को अपने नाम की कुर्सी खोजते देखा। स्थिति को भांभते हुए गिरिराज अपनी कुर्सी से उठ गए लेकिन जबतक वो स्थिति को सामान्य करते चौबे वहां से नाराज होकर निकल गए।
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कार्यसमिति की बैठक में कुर्सी नहीं मिलने को लेकर जब पत्रकारों ने अश्विनी चौबे से सवाल किया तो उन्होने अपनी भावनाओं को किसी तरह संभाला और कहा कि उन्हे किसी अन्य जगह जाना है, बाद में आएंगे। पूरा हाल हमारे लिए है, जगह नहीं मिलने की कोई बात नहीं, सनातन महाकुंभ का कार्यक्रम है, वहां जा रहे है।
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अश्विनी चौबे को कार्यसमिति में जगह नहीं मिलने की घटना को विधानसभा चुनाव से पहले बिहार बीजेपी की गुटबाजी का हिस्सा माना जा रहा है। राजनाथ सिंह जैसे बड़े नेता जिस कार्यक्रम में शामिल हो, उस कार्यक्रम को कोई और बीजेपी का वरिष्ठ नेता छोड़कर चला जाए, ऐसा होता नहीं है। अश्विनी चौबे के नाम कुर्सी नहीं लगे होने और वहां से नाराज होकर चौबे के जाने का मामला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।