पटनाः राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में मानसून अपने पूरे रंग में है। राजधानी पटना में सालों बाद इतने कम समय में इतनी ज्यादा बारिश हुई है। रविवार से ही पटना में मुसलाधार बारिश हो रही है। अगले दो दिनों दिनों तक ऐसी ही स्थिति बनी रहने की संभावना है। सोमवार को पूरे बिहार में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी पटना में हो रही लगातार बारिश के बाद जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने नगर निगम और बुडको को अलर्ट मोड़ पर रहने को कहा है इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
जिलाधिकारी, पटना द्वारा रात्रि से तेज बारिश को देखते हुए पटना नगर निगम एवं बुडको की टीम को अलर्ट मोड में रहने तथा जल-जमाव की स्थिति में या किसी भी सूचना पर न्यूनतम समय में जल-निकासी सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया है। अनुमंडल पदाधिकारियों को जल-जमाव के दृष्टिकोण से संवेदनशील…
— District Administration Patna (@dm_patna) August 25, 2025
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मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और मानसून की ट्रफ लाइन के सक्रिय रहने से राज्यभर में झमाझम बारिश होगी। अगले 2-3 दिनों तक यह स्थिति बनी रह सकती है। पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार से मंगलवार सुबह तक पूरे बिहार के लिए भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी 25 अगस्त सुबह 8:30 बजे तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान सभी जिलों में येलो अलर्ट लागू रहेगा।
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मौसम विभाग ने आज पूरे बिहार में बारिश की संभावना जताई है। राज्य के सभी 38 जिलों में बारिश के साथ 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा और वज्रपात की संभावना जताई गई है। इसमें उत्तर बिहार के सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्वी-पश्चिमी चंपारण से लेकर दक्षिणी और मध्य बिहार के पटना, गया, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, मुंगेर, भागलपुर, बांका आदि जिले शामिल हैं।
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चार दिनों से हो रही बारिश के बाद पटना से सटे धनरुआ प्रखंड में पांच नदियां उफान पर है। इससे 16 सौ एकड़ में लगी धान की फसल को नुकसान हुआ है। वहीं चार पंचायतों के दो दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुसने से लोगों का आवागमन अवरुद्ध हो गया है। फल्गु नदी में उफान आने से धनरुआ प्रखंड से होकर बहने वाली कररुआ, भूतही और महताइन नदी में शनिवार की रात बाढ़ आ गई। इससे अरमल से चकरमल के बीच में छह जगहों पर कररुआ और भुतही नदी का पानी दर्जनों गांवों में घुस गया है।
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आतापुर के पास तटबंध टूट गया, जिससे गांव में पानी जाने लगा। इसके बाद सीओ ने तटबंध की मरम्मति का कार्य शुरू कराया। रविवार तक पानी बहरामपुर, विजयपुरा, पेड़ा और छाती पंचायत के अमरपुरा, सिमहारी, पिपरामा, नसरतपुर, रसलपुर सहित करीब दो दर्जन गांवों में घुस गया है। इससे 16 सौ एकड़ में लगी धान की फसल डूब गयी। वहीं कई जगहों पर सड़क पर पानी आने से लोगों को परेशानी हो रही है।
किसानों ने बताया कि धान की रोपनी दूसरी बार की थी, जिसे भारी नुकसान हुआ है। धनरूआ प्रखंड में पांच नदियां ऊफान पर हैं। दरधा, कररूआ, भूतही, बलदाही नदी, लोकाईन नदी ऊफान है, जिससे धनरूआ प्रखंड के बहरामपुर, छाती, पभेड़ा, विजयपुरा पंचायत बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो चुके हैं। विजयपुरा पंचायत में चार गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं, जहां घर से निकलना व मवेशियों के लिए चार जुटा पाना मुश्किल हो रहा है। बहरामपुर व छाती पंचायत के मुखिया ने जल्द राहत व मुआवजे की मांग की है।







