रांचीः रिम्स निदेशक पद से हटाए जाने के बाद डॉक्टर राजकुमार दिल्ली से रांची पहुंचे और सीधे रिम्स स्थित आवास केली बंगला गए। इससे पहले एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए उन्होने कहा कि हमने सख्ती की और यह उसी का परिणाम है। अगर कोई आरोप लगाता है कि मैं काम नहीं करता तो मुझे लगता है कि झारखंड में कोई काम नहीं कर रहा है। सरकार की बदनामी करने के आरोप पर भी उन्होने सिरे से खारिज कर दिया।
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उन्होने कहा कि अगर कोई यह बात साबित कर दे तो मैं झारखंड-उत्तरप्रदेश तो क्या देश छोड़कर चला जाउंगा। मैने कभी सरकार की बदनामी नहीं की। स्वास्थ्य मंत्री कहते हैं कि आप काम नहीं करते, विभागीय निर्देशों का पालन नहीं करते, इस सवाल पर डॉ राजकुमार ने कहा-वे तो कुछ भी कहते हैं। मेरे पास सभी चीजों की रिकॉर्डिंंग है। कभी जरूरत पड़ी तो उसे दिखाउंगा। कैबिनेट की बात न मानने के आरोप को भी उन्होने खारिज कर दिया। उन्होने कहा- क्या मैं कैबिनेट से उपर हूं। जबदस्ती कोई आरोप लगाने से क्या होगा।
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डॉक्टर राजकुमार ने कहा कि जीबी बैठक में ही मुझसे इस्तीफा मांगते तो मै दे देता। पर, इस तरह से तानाशाही नहीं चलती है। मैने अपने कार्यकाल में जो भी काम किया, नियम के तहत किया। कभी मनमानी नहीं की। कभी भ्रष्टाचार नहीं किया। मेरी टेबल पर किसी ने फाइल पेंडिंग नहीं देखी। न यहां, न यूपी और न उत्तराखंड में।
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डॉक्टर राजकुमार ने आगे कहा कि संविधान के तहत जो उचित होगा, वह कार्रवई करेंगे। मुझ पर शुरूआत से लेकर अबतक कभी भी इस तरह के आरोप नहीं लगे हैं। मैने यहां निः स्वार्थ भाव से काम किया तो बदले में ये आरोप जड़ दिए गए। इससे दुख हुआ है।