डेस्कः बिहार के नवादा जिले में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। जिले के बड़े डॉक्टर के नाती की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई है। नवादा के नगर थाना क्षेत्र स्थित वियाडा परिसर आवास से 22 साल के अंकुश कुमार का शव खून से लथपथ उसके कमरे में मिला। मृतक की पहचान शहर की प्रसिद्ध डॉक्टर अरुंधति के नाती और भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी के भांजे के रूप में हुई है।
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जानकारी के अनुसार, अंकुश कुमार की हत्या अत्यंत क्रूर तरीके से की गई है। हत्यारों ने निर्माण स्थल पर उपलब्ध ग्राइंडर मशीन के ब्लेड का इस्तेमाल कर उसका गला रेत दिया।अंकुश जरूरी काम से वियाडा परिसर पहुंचा था, जहां दवा कंपनी के लिए भवन निर्माण का कार्य चल रहा था।क्लिनिक स्टाफ ने कहा कि कई घंटों तक परिजनों के संपर्क से बाहर रहने के बाद जब अंकुश ने मोबाइल पर कॉल नहीं उठाया, तो परिवार ने उसे भवन निर्माण स्थल पर भेजा। जब उसने दरवाजा बंद पाकर जबरन अंदर प्रवेश किया, तो अंकुश का खून से लथपथ शव मिला।
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घटना वियाडा परिसर के उस आवास में घटी, जो पुलिस लाइन के ठीक पास में स्थित है।इतनी सुरक्षित जगह पर ऐसी सनसनीखेज हत्या से प्रशासन में हड़कंप मच गया। नवादा एसपी अभिनव धीमान, एसडीपीओ सदर हुलास कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। सदर एसडीपीओ, नगर थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने साइट को सील कर दिया।
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एफएसएल की टीम ने घटनास्थल पर गहन छानबीन की और कई अहम साक्ष्य इकट्ठा किए। ब्लड सैंपल, ब्लेड के निशान और अन्य सामग्री को वैज्ञानिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस मोबाइल और कॉल डिटेल्स को खंगाल रही है, साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी जांच कर रही है। मृतक के परिचितों और निर्माण स्थल के मजदूरों से पूछताछ तेज हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि हत्या के पीछे आपसी रंजिश, व्यक्तिगत दुश्मनी या अन्य विवाद की संभावना हो सकती है।
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मृतक अंकुश कुमार नारदीगंज थाना इलाके के कोशला गांव के निवासी रविशंकर सिंह का पुत्र था। मात्र 22 वर्ष की उम्र में उसकी हत्या से पूरे गांव को शोक की लहर है। अंकुश डॉक्टर अरुंधति के नाती और एक आईएफएस अधिकारी का भांजा था, जिससे यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है। अंकुश के दोस्तों ने बताया कि वह एक होनहार युवक था।






