पटनाः शुक्रवार देर रात बिहार के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की बाइक सवार अपराधी ने हत्या कर दी। गांधी मैदान थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई इस हत्या का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। वीडियो में अकेला शूटर अपार्टमेंट के गेट के बाहर उनके आने का इंतजार करता दिख रहा है। हेलमेट पहना हत्यारा रात 11.38 बजे खेमका को 6 सेकेंड में गोली मारने के बाद एक स्कूटी से भागता दिख रहा है। खेमका की कार के पीछे एक और कार लगती है, लेकिन उस गाड़ी में बैठे लोग जब तक माजरा समझकर बाहर निकलते है, तब तक हत्यारा भाग चुका होता है। वीडियो में गेट खोलने आता गार्ड भी दिख रहा है। खेमका की कार के रुकने के लगभग 20 सेकेंड बाद गार्ड आता दिख जाता है।
#WATCH बिहार के बड़े व्यापारी गोपाल खेमका की पटना में शुक्रवार रात हत्या का CCTV फुटेज सामने आया है। हेलमेट पहने हत्यारा गेट पर पहले से उनका इंतजार कर रहा था। गोपाल खेमका की कार के गेट पर रुकते ही शूटर फुर्ती से आया और 6 सेकेंड में गोली मारकर स्कूटी से भाग गया।
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— Live Dainik (@Live_Dainik) July 5, 2025
बिहार के बड़े उद्योगपति गोपाल खेमका की पटना में गोली मारकर हत्या, बेटे की 7 साल पहले हो चुकी है हत्या
गोपाल खेमका के भाई शंकर खेमका ने बताया कि गोपाल बांकीपुर क्लब के डायरेक्टर थे और रात में वहीं से लौट रहे थे। गोपाल नियमित रूप से क्लब जाते थे। झगड़ा या विवाद से इनकार करते हुए शंकर ने कहा कि दुश्मनी जैसी कोई बात होती तो भाई रात में इस तरह नहीं लौटते। शंकर ने कहा कि पुलिस पता लगाए और बताए कि गोपाल को किसने और क्यों मारा। शंकर ने बताया कि गोपाल को बेटे-बहू अस्पताल ले गए थे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शंकर ने कहा कि सूचना देने के बाद गांधी मैदान थाना पुलिस रात 1.30 बजे, टाउन डीएसपी एसपी पौने 2 बजे और सिटी एसपी 2.30 बजे आई हैं।
गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी 2018 में हाजीपुर में उनकी फैक्ट्री के गेट पर इसी तरह से हत्या हो गई थी जब पहले से इंतजार कर रहे हत्यारों ने गुंजन को गोलियों से भून डाला था। गोपाल खेमका को बेटे की हत्या के बाद कुछ समय के लिए पुलिस सुरक्षा मिली थी लेकिन बाद में हटा ली गई। गोपाल खेमका भाजपा से जुड़े थे और उनकी हत्या के बाद विपक्षी नेताओं ने नीतीश सरकार की कानून-व्यवस्था के दावों पर हमला बोल दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में हर महीने सैकड़ों हत्या हो रही है लेकिन इसे जंगलराज नहीं कहा जाएगा।