पटना : बिहार में महागठबंधन का कुनबा बढ़ गया है। तेजस्वी यादव की मौजूदगी में वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने महागठबंधन में शामिल होने का एलान किया। शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी ने साथ आने की घोषणा की। आरजेडी मुकेश सहनी की पार्टी को अपने कोटे से तीन सीटें देगी। वीआईपी मोतिहारी, गोपालगंज और झंझारपुर की सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
आज से चार साल पहले का वो मंजर कोई भुला नहीं होगा जब मुकेश सहनी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उठकर चले गए थे और महागठबंधन से अलग होने का एलान कर दिया था। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सहनी ने महागठबंधन छोड़ते समय तेजस्वी यादव पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया था। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जमकर हंगामा हुआ और तेजस्वी यादव मुर्दाबाद के नारे भी सहनी के समर्थकों ने लगाये थे। उस समय सहनी ने कहा था कि आरजेडी ने उन्हे 25 विधानसभा सीट के साथ उप मुख्यमंत्री पद का भी ऑफर दिया था।
महागठबंधन से बाहर आने के बाद मुकेश सहनी ने बीजेपी के साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ा। बीजेपी ने 11 विधानसभा की सीट और एक एमएलसी की सीट दिया। चुनाव में वीआईपी के तीन विधायक चुने गए, सहनी खुद एमएलसी बनकर नीतीश सरकार में मंत्री बने। लेकिन राजनीतिक महत्वाकांक्षा से भरे सहनी का मन बीजेपी से भरने लगा तो बीजेपी ने ऑपरेशन सहनी कर वीआईपी के तीनों विधायकों को बीजेपी में शामिल करा लिया। बोचहां में हुए उपचुनाव के दौरान बीजेपी और वीआईपी में जबदस्त टकराव देखने को मिला और बीजेपी की उम्मीदवार बेबी देवी भारी अंतर से चुनाव हार गई। इसके साथ ही सहनी का बीजेपी के बीच सारे रिश्ते खत्म हो गए। 2024 में हो रहे लोकसभा चुनाव में सहनी को जब बीजेपी ने कोई भाव नहीं दिये तो एक बार फिर वो लालू के दरबार में पहुंचे। तेजस्वी यादव ने उन्हे अपने कोटे से तीन सीट देकर महागठबंधन में शामिल कराया।
4 साल पहले प्रेस कांफ्रेंस में हंगामा कर महागठबंधन से अलग हुए थे मुकेश सहनी, जिस तेजस्वी पर पीठ में छुरा घोंपने का लगाया था आरोप उसी के सामने टेक दिये घुटने

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