लखनऊःसमाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव के एक समर्थक द्वारा सोशल मीडिया पर की गई एक टिप्पणी ने न केवल उसे पुलिस की कार्रवाई का शिकार बनाया, बल्कि ₹20,000 की कथित वसूली का आरोप भी सामने आया है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब पीड़ित युवक अपनी शिकायत लेकर अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचा।
समर्थक ने सोशल मीडिया पर एक लाइन लिखी थी—“अखिलेश भैया के जो सामने आएगा, उसे रेल दिया जाएगा”। हालांकि यह लाइन एक हल्के-फुल्के अंदाज में कही गई लगती है, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित युवक को पूछताछ के लिए बुलाया और कथित रूप से उससे ₹20,000 भी वसूल लिए।
समर्थक ने सोशल मीडिया पर लिखा… “अखिलेश भैया के जो सामने आएगा उसे रेल दिया जायेगा” तो करने लगी पुलिस परेशान । अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंच की शिकायत तो सपा प्रमुख ने कही बड़ी बात..@yadavakhilesh @samajwadiparty pic.twitter.com/wm85sVX2Mb
— Live Dainik (@Live_Dainik) July 7, 2025
जब यह युवक अपनी व्यथा लेकर अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचा और पूरा मामला बताया, तो खुद अखिलेश यादव भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए। उन्होंने मुस्कुराते हुए युवक की बात सुनी, लेकिन यह मामला लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर सवाल भी खड़ा करता है।








