गढ़वा- झारखंड के जल संसाधन मंत्री मिथिलेश ठाकुर झारखंड की प्यास क्या बुझाएंगें जब अपने ही इलाके में एक हैंडपंप के सहारे सैकड़ों लोगों की प्यास बुझाने के लिए मजबूर हैं । जी हां जिले के नगर पंचायत में भीषण जल संकट का आलम ये है कि सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और बच्चे बाल्टी लेकर प्रदर्शन करने सड़क पर निकल गए।
बाल्टी लेकर प्रदर्शन
गढ़वा जिले के माझीयाओ नगर पंचायत इनदिनों पेयजल की भीषण समस्या से जूझ रहा है। इससे अजीज हो कर स्थानीय लोगो ने बर्तन बाल्टी के साथ नगर पंचायत के खिलाफ प्रदर्शन किया।नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 9 एवं 10 स्थित आमर पश्चिम टोला, अंसारी टोला एवं पाल टोला सहित आसपास के गांव एवं टोले में पानी की समस्या बनी हुई है। आम लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। यह समस्या नगर पंचायत गठन के बावजूद भी अभी तक देखी जा रही है। कई मर्तबा ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर नगर पंचायत प्रशासन व जनप्रतिनिधि को आवेदन देकर इसके निराकरण की मांग की गई थी। लेकिन स्थिति यथावत है।
स्थानीय प्रतिनिधियों से नाराजगी
इधर युवा समाजसेवी अशोक पाल के नेतृत्व में ग्रामीणों की उपस्थिति में आमर पश्चिम टोला एवं अंसारी एवं पाल टोला में बैठक कर पानी एवं होल्डिंग टैक्स सहित अन्य सुविधाओं के बारे में विचार विमर्श करते हुए नगर पंचायत प्रशासन के विरुद्ध पुरजोर ढंग से आवाज उठाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि नगर प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि पानी की समस्या को लेकर गंभीर नहीं है। जिससे आम जनों को काफी नाराजगी है। कहा कि इस भीषण गर्मी के साथ साथ पानी की गंभीर संकट से जूझना पड़ रहा है। सच कहा जाए तो एक बाल्टी पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।
एक हैंडपंप के सहारे हजारों लोग
अंसारी टोला में केवल एक हैंडपंप है। अब यह हैंडपंप भी हांफने लगा है। उन्होंने कहा कि पानी के साथ-साथ बगैर सुविधा दिए होल्डिंग टैक्स भी वसूला जा रहा है। जो नियम का विरुद्ध है। कहा कि सरकार के द्वारा डिजिटल इंडिया घोषित किया गया है। लेकिन डिजिटल इंडिया का सपना मात्र दिखावा है। सरकारी कार्यालय में भ्रष्ट व्यवस्था देखी जा रही है। जिसके कारण विकास कार्यों में काफी अनियमितता देखी जा रही है।
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