कोडरमा थर्मल पावर प्लांट (KTPS) के विस्तारीकरण के तहत निर्माणाधीन ऐश पौंड में दो विशालकाय हाथी फंस गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। लगभग 250 एकड़ में फैले इस ऐश पौंड के चारों ओर 25-30 फीट ऊंचे बंड के कारण हाथियों को बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिल रहा है।घटना शनिवार अहले सुबह की है।ऐश पौंड में अचानक दो विशालकाय हाथियों के देखे जाने से आसपास के लोगों में दहशत है। वहीं दूसरी तरफ ऐश पौंड से हाथियों को रेस्क्यू करने के लिए बंगाल के बांकुड़ा से स्पेशल टीम बुलाई जा रही है। टीम का इंतजार किया जा रहा है।
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घटना की जानकारी के अनुसार, हाथी दक्षिणी छोर पर निर्माणाधीन बाउंड्री के रास्ते प्लांट परिसर में दाखिल हुए और ऐश पौंड में फंस गए। वन विभाग की टीम, रेंजर रविंद्र कुमार के नेतृत्व में, मौके पर पहुंच चुकी है और ड्रोन कैमरों की मदद से हाथियों की गतिविधियों पर नजर रख रही है। वहीं, बंगाल के बांकुड़ा से विशेषज्ञ रेस्क्यू टीम को बुलाया गया है, जो जल्द ही हाथियों को सुरक्षित निकालने का प्रयास करेगी।प्लांट के चीफ इंजीनियर मनोज ठाकुर ने घटनास्थल का दौरा किया और लोगों से क्षेत्र में आवाजाही कम करने की अपील की। उन्होंने कहा, “वन विभाग की टीम मौके पर है, और हम जल्द से जल्द हाथियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए काम कर रहे हैं।”
कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के ऐश पौंड में फंसे दो हाथी, रेस्क्यू के लिए बंगाल से विशेषज्ञ टीम बुलाई गई pic.twitter.com/5wo1kTWfca
— Live Dainik (@Live_Dainik) July 5, 2025
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स्थानीय लोगों में दहशत, वन विभाग पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय निवासियों ने बताया कि पिछले दो महीनों में हाथियों ने क्षेत्र में चार लोगों की जान ले ली है, जिससे भय का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग पर हाथियों को रिहायशी इलाकों से दूर रखने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हाथी बार-बार गांवों में घुस रहे हैं, लेकिन वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।”
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रेस्क्यू ऑपरेशन की योजना
रेंजर रविंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल पटाखों और मशालों के जरिए हाथियों को भगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, “हम लगातार हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वे बार-बार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आ रहे हैं। बांकुड़ा की रेस्क्यू टीम के आने के बाद हम इन्हें सुरक्षित निकालने की पूरी कोशिश करेंगे।”
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ड्रोन कैमरे की मदद से हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। फिलहाल रेंजर रविंद्र कुमार की अगवाई में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची हुई है, जबकि प्लांट के चीफ इंजीनियर मनोज ठाकुर ने भी घटनास्थल का मुवायना किया और आम लोगों से इस क्षेत्र में आवाजाही कम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और हाथियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा। वही मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने कहा कि दो विशालकाय हाथियों के होने से क्षेत्र के लोग दहशत में है और अब तक हाथियों ने पिछले दो महीने में चार लोगों को कुचल कर मार भी डाला है। लोगों ने हाथियों को रिहायशी इलाकों से खदेड़ने में वन विभाग पर लापरवाही का भी आरोप लगाया। वहीं दूसरी तरफ मौके पर पहुंचे रेंजर रविंद्र कुमार ने कहा कि हाथियों को लगातार वन क्षेत्र में खदेड़ा जाता है, लेकिन कहीं ना कहीं से हाथी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवेश कर जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल पटाखे और मशाल के जरिए हाथियों को भगाने का प्रयास किया जाएगा, जबकि बंगाल के बांकुड़ा से हाथियों को रेस्क्यू करने वाली टीम को भी बुलाया गया है।