जमशेदपुर: बहड़गोड़ा से जेएमएम विधायक और जमशेदपुर सीट से इंडिया अलाइंस के उम्मीदवार रहे समीर मोहंती एक दिन के अंदर ही पलट गए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे पर लगाये गए आरोपों से पल्ला झाड़ लिया। मोहंती ने कहा कि उन्होने बूथ मैनेजमेंट के लिए किसी को एक रूपया नहीं दिया है और न ही जेएमएम और कांग्रेस नेतृत्व को किसी तरह का कोई शिकायत पत्र ही लिखा है।
JMM प्रत्याशी ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष पर लगाया चुनाव खर्च का पैसा गबन करने का आरोप, दिये 6 हजार प्रति बूथ बांटे 4 हजार
इससे पहले समीर मोहंती ने शिकायत पत्र लिखकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे पर बूथ मैनेजमेंट का पैसा गबन करने का आरोप लगाया था। उन्होने कांग्रेस और जेएमएम नेतृत्व को लिखे गए चिट्ठी में आरोप लगाया था कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष को उन्होने एक बूथ पर 6 हजार रूपये के हिसाब से जमशेदपुर पूर्वी के बूथ के लिए 25 लाख रूपये दिये थे, लेकिन जिलाध्यक्ष ने बूथ पर केवल चार हजार रूपये दिये और हर बूथ के हिसाब से दो हजार रूपये अपने पास रख लिये, उन्होने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया।
Jairam Mahto और Amba Prasad एक मंच पर आये नजर, जयराम ने कहा- राष्ट्रीय पार्टी साथ में चुनाव लड़ने की जता रहे है इच्छा
अब समीर मोहंती उस पत्र को विरोधियों की साजिश बता रहे है। मोहंती ने कहा कि ये पत्र किसी व्यक्ति या विरोधी संगठन ने छवि खराब करने के लिए किया है। कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन में दरार पैदा करने के मकसद से ऐसी ओछी की गई है। किसी ने उनके नाम से फर्जी पत्र जारी किया है, इसमें किया गया हस्ताक्षर उनका नहीं है। पत्र की सच्चाई जानने के लिए उपायुक्त से बात की गई है। उन्होने कहा कि उनको उम्मीदवार बनने के बाद केवल 18 दिन मिला उस दौरान उनको गठबंधन के नेता और कार्यकर्ताओं का पूरा सहयोग मिला, इसलिए 2019 के मुकाबले गठबंधन को ज्यादा वोट मिले। जीत के लिए हरसंभव प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।