दिल्लीः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रामलीला मैदान में ‘INDIA’ गठबंधन की महारैली में सभी दलों की ओर से पांच मांगे पढ़ी। इन पांच मांगों में शामिल है
-
भारत के चुनाव आयोग को लोकसभा चुनाव में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए
-
चुनाव आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों के खिलाफ सीबीआई,ईडी और इनकम टैक्स द्वारा की जाने वाली बलपूर्वक कार्रवाई रोकनी चाहिए
-
हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल की तत्काल रिहाई की जाए
-
चुनाव के दौरान विपक्ष का आर्थिक रुप से गला घोंटने की कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए
-
चुनावी बॉन्ड का इस्तेमाल करके बीजेपी द्वारा बदले की भावना और जबरन वसूली की जांच के लिए एसआईटी का गठन होना चाहिए ।
प्रियंका गांधी ने रैली में सबसे आखिर में कहाकि इसी रामलीला मैदान में बचपन से आ रही हूं। मैं छोटी थी तो दादी इंदिरा जी के साथ आथी थी । उन्होंने भगवान राम की जीवन गाथा सुनाई । जो सत्ता में हैं वे अपने आप को रामभक्त कहलाते है। वे कर्मकांड में उलझ गए हैं, वे दिखावे में लिप्त हो चुके हैं इसीलिए मैं उन्हें याद दिलाना चाहती हूं कि सब सत्य के लिए लड़े तो उनके पास सत्ता नहीं थी और रथ नहीं थी रावण के पास रथ और सोने की लंका की थी, भगवान के राम के पास सत्य था । मैं सत्ता में बैठे सरकार को याद दिलाना चाहती हूं कि भगवान राम का जीवन संदेश था कि सत्ता सदैव नहीं रहती, अहंकार चूर-चूर होता है ।