रांची: नेपाल में बिहार-झारखंड के 12 ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस गैंग का मास्टरमाइंड दिल्ली में बैठकर गिरोह चला रहा था। नेपाल में कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराकर ऑफिस चला रहा था और इसका सर्वर रांची में था।
महिला इंस्पेक्टर की पिटाई में खुलासा! थाना वालों ने बताया था कहां है आवास
बिहार के रक्सौल बॉडर से करीब 60 किलोमीटर दूर हेटौडा में एक फ्लैट किराये पर लेकर मेडी असिस्ट नाम से कंपनी चलाया जा रहा था। लेकिन ऑनलाइन मेडिकल परामर्श की जगह यहां ऑनलाइन ठगी का रैकेट चल रहा था।
भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ने दी गुड न्यूज, घर आया नया मेहमान! दिखाई झलक
हेटौडा के एसपी सीताराम रिजाल को सूचना मिली कि कुछ बाहर के युवक किराये के फ्लैट में कुछ संदिग्ध गतिविधियां कर रहे है। इसके बाद नेपाल पुलिस ने छापा मारकर बिहार-झारखंड के 12 युवकों को पकड़ा। इसमें तीन लड़के दिल्ली और आसपास के भी है जो दिल्ली में बैठे मास्टरमाइंड के कहने पर स्वास्थ्य परामर्श की आड़ में ठगी कर रहे थे। इस ठग गैंग के मास्टरमाइंड सहित तीन लोग फरार है। यहां स्वास्थ्य परामर्श के नाम पर जुआ, ऑनलाइन सट्टेबाजी, गिफ्ट का लालच देकर ऑनलाइन ठगी का काम हो रहा था। ठगी का काम कर रहे युवकों को 18 हजार रूपया से लेकर 50 हजार रूपये तक प्रतिमाह दिया जा रहा था लेकिन इसका कोई रिकार्ड नहीं मिला है।
नाबालिग से रेप मामले में पूर्व मंत्री वृषिण पटेल को राहत नहीं; पीड़िता को नोटिस
रांची स्थित स्थित ऑफिस में मेन सर्वर लगाकर ठगी का धंधा क्लिक कॉल क्लाइंट सॉफ्टवेयर के माध्यम से चल रहा था। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से टारगेट की पहचान करके और जानकारी लेकर रांची भेजी जाती थी।इन गिरोह के ठगी के शिकार नेपाल, भारत समेत अन्य देशों के नागरिक हो रहे थे। इनके पास से 13 मोबाइल फोन, 7 लैपटॉप, 3 राउटर, एक हार्डडिस्ट, एक वेब कैम, मेडी असिस्ट के नाम से बनाई गई दो स्टांप पेपर बरामद किया गया है। पुलिस ने इसद कंपनी में काम करने वाले पटना के 28 वर्षीय नवनीत कुमार, झारखंड के 27 वर्षीय शाहरुख खान, पटना के ही 29 वर्षीय कुंदन कुमार, नैनीताल उत्तराखंड के 26 वर्षीय आशीष कब्डौला, रांची के 34 वर्षीय विशाल, 38 वर्षीय लोकेश कुमार दुबे, 29 वर्षीय विकास कुमार सिंह, नांगलोई वेस्ट दिल्ली के 28 वर्षीय अरुण कुमार और गजियाबाद के 40 वर्षीय कुणाल शर्मा को पकड़ा गया है।