रांचीः कांग्रेस नेता राहुल गांधी उलगुलान न्याय रैली में नहीं आ सके । उनकी सेहत ठीक नहीं थी । मगर राहुल की कमी इस रैली में नजर नहीं आई । ना राहुल गांधी को रैली में आए लोगों ने याद किया और ना ही समर्थकों ने नारेबाजी की । यहां तक की मंच से भी राहुल गांधी के आने ना आने के बारे में किसी तरह की सूचना दी गई । जब तक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचे तब तक काफी देर हो चुकी थी। आधा से अधिक मैदान लगभग खाली हो चुका था और लोग घर वापसी की तैयारी में लग गए थे । फिर रैली को सफल माना जा रहा है ।
रैली से किसका क़द बढ़ा?
झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए यह रैली बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जा रही है । अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर इस रैली का बड़ा असर पड़ने वाला है । रैली में आई भीड़ का मिजाज देख यह कहा जा सकता है कि मोदी सरकार से आदिवासी बहुत नाराज है । लाइव दैनिक ने कई वोटर्स से बातचीत की जिनमें खूंटी, सरायकेला, सिमडेगा जैसे आदिवासी बहुल इलाकों से आई भीड़ थी उनमें इस बात से काफी नाराजगी दिखी हेमंत सोरेन को जेल भिजवा दिया गया है जबकि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया । दर्जनों लोगों से हुई बातचीत में ये साफ निकल कर आय़ा कि आदिवासी वोटर्स मोदी सरकार की नीतियों से नाराज चल रहा है ।
महंगाई और बेरोज़गारी है बड़ा मुद्दा
आदिवासियों के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाओं को लेकर भी आदिवासी वोटर्स में कोई उत्साह नहीं दिखा । रैली में मौजूद लोगों ने बातचीत में बताया कि महंगाई और बेरोजगारी बढ़ चुकी है जिस पर ध्यान नहीं दिया गया । खूंटी से आए भगवान बिरसा के अनुयायियों ने भी कहा कि मोदी ने जल-जंगल-जमीन की आवाज को दबा दिया है ।
इस रैली में बड़ी संख्या में रांची और आस पास के जिलों से लोग आए थे , और मौजूद लोगों से बातचीत से यही लग रहा था कि इस रैली में लोग किसी को सुनने और देखन नहीं बल्कि अपने वोट की ताकत दिखाने आए थे । एकजुटता का परिचय दिखाने पहुंचे थे । जेएमएम नेताओं में इस रैली में आई भीड़ को देख जरुर चुनावी उत्साह बढ़ा होगा । हांलाकि कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज नजर आए क्योंकि राहुल गांधी रैली में नहीं पहुंचे ।
इधर बीजेपी ने रांची में आयोजित उलगुलान रैली पर तंज कसते हुए केजरीवाल और हेमंत सोरेन के जेल वाली तस्वीर डाली है और तंज किया है ।
इस पर जेएमएम ने जवाब दिया
आज़ादी के समय एक नारा बड़ा प्रसिद्ध था
आज़ादी की लड़ाई में
दो तरह के लोग थे
जो देश भक्त थें – वो जंग में गये
दग़ाबाज़ सारे संघ में गये
वैसे ही
जब आज का इतिहास लिखा जाएगा
तो यह ज़रूर प्रमुखता से लिखा जाएगा
की

भ्रष्टाचारी सारे वाशिंग मशीन में धूल गये
ईमानदार सारे जेल गये।