रांचीः विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने हजारीबाग में मंगलवार को मंगल जुलूस पर हुए हमले को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।
बीजेपी-आजसू विधायकों के हंगामे को देखने हुए विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने सभी सदस्यों को अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया, उन्होने कहा कि सदन अब अंतिम दौर में है, सदन की कार्यवाही बस दो दिन बची हुई है, सभी सहयोग करें। इसके बाद विपक्ष के विधायकों ने हंगामा बंद किया।
हजारीबाग में मंगला जुलूस पर पथराव, पुलिस ने किया लाठीचार्ज और फायरिंग
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हजारीबाग हिंसा को लेकर कहा कि हिंदुओं के पर्व-त्यौहार में ही दंगा फसाद होता है, आखिर हिंदुओं के त्यौहार पर ही हमला क्यों होता है। हिंदुओं के पर्व त्यौहार जैसे होली, दीपावली, रामनवमी, दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा के विसर्जन में दंगा फसाद क्यों होता है?इस प्रकार की घटना का बार-बार होना साफ दर्शाता है कि कहीं ना कहीं इस तरह की घटना करने वालों को कोई प्रश्रय देता है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हजारीबाग में मंगला जुलूस पर हमला घोर निंदनीय और अस्वीकार्य है।इस हमले की सीधी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की है। हेमंत जी के पास खुद गृह विभाग का प्रभार है। या तो हेमंत जी की मूक सहमति से ये घटनाएं हो रही हैं या फिर वे प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालने में पूरी तरह अक्षम हो चुके हैं।
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पुलिस-प्रशासन हिंदुओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है। त्योहारों के दौरान बढ़ती हिंसा भविष्य के लिए खतरनाक संकेत दे रही है। झारखंड में अब तालिबानी शासन स्थापित हो गया है। जल्द ही स्थिति नहीं बदली तो हिंदुओं का सड़कों पर निकलना भी मुश्किल हो जाएगा!रामनवमी के अवसर पर सरकार को सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की सहायता से स्थिति पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए। साथ ही, धार्मिक जुलूस पर पथराव जैसी घटनाओं के लिए जो भी अधिकारी जिम्मेदार हों, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और समाज में शांति एवं सौहार्द बना रहे।
बाबूलाल ने सरकार से अपील की कि हमारे पास तकनीक है. इन तकनीकों का इस्तेमाल कीजिये।ड्रोन कैमरा का उपयोग करें. लाइट की व्यवस्था करें। साथ ही जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरा लगाये जाये। जिन संवेदनशील जगहों से जुलूस गुजरता है, वहां कैमरा लगाये जाये, ताकि पता चल सके कि आखिर हिंदुओं के पर्व में कौन पत्थर चलता है। कौन कहां से बोलत फेंकता है. समाज को कौन अशांत करने की कोशिश कर रहा है। उन्हें चिह्निंत कर आवश्यक कार्रवाई करना चाहिए।