बिहार के सियासी खेल में राहुल गांधी की एंट्री हो चुकी है । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का फोन जब नीतीश कुमार ने नहीं उठाया तो राहुल गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को फोन लगा उनकी पार्टी को ‘INDIA’में आने का न्यौता दे दिया । दरअसल खड़गे ने नीतीश कुमार को पांच बार कॉल किया लेकिन नीतीश ने एक बार भी जवाब नहीं दिया । कांग्रेस नीतीश का इशारा समझ मांझी को अपने खेमे में लाने के लिए तैयार हो गई और खुद राहुल गांधी ने फोन कर गठबंधन में आने का ऑफर दिया ।
दअरसलस जीतन राम मांझी बीजेपी और आरजेडी दोनों के लिए बहुत अहम है क्योंकि उनके पास 4 विधायक हैं और अगर ये चारों विधायक आरजेडी के साथ चले जाते हैं तो मौजूदा समीकरण के हिसाब से आरजेडी के 79 कांग्रेस के 19 लेफ्ट के 16 विधायकों के साथ 118 आकंड़ा छू लेंगे । अगर ओवैसी की पार्टी और निर्दलीय ने साथ दे दिया तो 120 सीटें हो जाएंगीं । हांलाकि सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों का समर्थन चाहिए ।