झारखंड में विधानसभा चुनाव शुरु होते ही सभी दलों अपने नेताओं को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन राजनीतिक भगदड़ मचना शुरू हो गया है। हाल में एनडीए यानी भाजपा और आजसू को झटका लगा है। आजसू से उमाकांत रजक और भाजपा के केदार हाजरा ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है।
भाजपा के लिए यह उतना बड़ा झटका नहीं है, लेकिन वरीय नेता उमाकांत रजक के जाने से आजसू को बड़ा झटका लगा है। शायद इसी वजह से एनडीए की ओर से भाजपा कार्यालय में होने वाली प्रेस काफ्रेंस में देरी हुई है।
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भाजपा कार्यालय में सुबह करीब 11 बजे प्रेस कांफ्रेंस होनी थी, जिसमें एनडीए के सहयोगी दल आजसू के सुदेश महतो को भी शामिल होना था। लेकिन इससे पहले उनके पार्टी के एक बड़े नेता उमाकांत रजक ने आजसू से नाता तोड़ लिया है।
मीडिया के लोग भाजपा कार्यालय पहुंच गए थे लेकिन करीब पौने एक बजे तक प्रेस कांफ्रेंस शुरू नहीं हो सकी। देरी की सूचना के बाद भाजपा के प्रदेश प्रभारी असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्वा शर्मा आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को लेने उनके घर पहुंचे। इसके बाद सुदेश महतो, चंद्रप्रकाश चौधरी और रामचंद्र सईस भाजपा कार्यालय पहुंचे हैं। भाजपा के प्रेस कांफ्रेंस में शिवराज सिंह चौहान, हिमंता शर्मा, बाबूलाल मरांडी सहित आजसू के नेता शामिल हुए।
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