लोहरदगा : प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया के उग्रवादियों ने बुधवार रात कैरो में नहर निर्माण का कार्य कर रही कंपनी को निशाना बनाया है। पीएलएफआई एरिया कमांडर कृष्णा यादव के दस्ते ने पूरी घटना को अंजाम दिया है।
कमजोर हो चुके उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के उग्रवादियों ने नहर निर्माण कार्य में लगी कंपनी के मशीनों को आग के हवाले कर दिया। नहर निर्माण में लगे दो पोकलेन और एक ट्रैक्टर को उग्रवादियों ने आग लगा दी। लगभग 6 की संख्या में आये उग्रवादियों ने इस घटना को अंजाम दिया।
हथियार से लैस पीएलएफआई के एरिया कमांडर कृष्णा यादव एड़ादोन नहर पहुंचे और निर्माण कंपनी के मजदूरों को पानी छिड़कर उठाया, इसके बाद हथियार के भय दिखाते हुए मशीनों को आग लगा दी। मजदूरों को डराते हुए उग्रवादियों ने कहा कि अगर आग को बुझाया तो गोली मार दी जाएगी। घटना को अंजाम देने के बाद उग्रवादी दस्ता वहां से चला गया। कुछ समय पहले ही उग्रवादियों ने निर्माण कंपनी को लेवी के लिए धमकी दी थी।
उग्रवादी दस्ते के जाने के बाद मजदूरों ने कैरो थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी। इसके बाद घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने मजदूरों के साथ मिलकर आग को बुझाया। तीनों नहर का पक्कीकरण कार्य लॉड्स इंफ्रा कान प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 38 करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। पुलिस सभी बिंदुओं की जांच कर आगे की कार्रवाई करने में जुट गई है। उग्रवादियों ने इस घटना को अंजाम देकर पुलिस और निर्माण कंपनी दोनों को चुनौती दी है। घटना को लेकर जिले के एसपी हारिस बिन जमां से जब पूछा गया तो उन्होने कहा कि प्रारंभिक जांच में पीएलएफआई के कृष्णा यादव दस्ते का नाम घटना को अंजाम देने में आया है। उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है।