रांची: सोशल मीडिया पर मुलाकात का अंजाम मौत के मुहाने तक ले जाता है । पायल से सुमित की मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई और चंद दिनों में ही सुमित ने मंदिर में मांग भर सात जन्मों तक साथ देने का वादा किया । अपने साथ तब तक रखा जब तक की जिस्मानी संबंध से मन नहीं भर गया । जब मन भर गया तो पायल को हमेशा के लिए छोड़ दिया । आहत पायल ने खुद को आग लगा ली ।
जी हां फेसबुक पर हुई इस मोहब्बत की शिकार हुई है रामगढ़ की पायल जो लगभग साठ फीसदी जल चुकी है । जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। उसने अस्पताल से ही वीडियो रिकॉर्ड कर के महिला पुलिस थाना और सुमित पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। पायल ने कहा कि सुमित ने उसके घर आता-जाता था । जमशेदपुर में नौकरी लगने के बाद भी उसे अपने साथ ले गया लेकिन अपने मां-बाप को इसकी जानकारी नहीं दी ।
पायल ने आरोप लगाया है कि सुमित ने जब अपनी मां को इसकी जानकारी दी तो मां नेे उसे पायल को उसके घर छोड़ कर आने के लिए कहा। इसके बाद सुमित का फोन नंबर बदल दिया गया । सुमित से बात नहीं हो पाने की वजह से वो डिप्रेशन में आ गई जिसके बाद उसने खुद को आग लगा ली ।
इस मामले में रामगढ के महिला थाना के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पायल के कई बार शिकायत करने के बावजूद मामला दर्ज नहीं करना सवाल खड़े करता है। अगर पायल की पहली ही शिकायत पर कार्रवाई होती तो वो डिप्रेशन में आकर साठ फीसदी नहीं झुलसती ।
पायल ने लिखित शिकातय में सुमित कुमार, अलोक सिंह और पप्पू सिंह पर मामला दर्ज किया है । महिला थाना प्रभारी को लापरवाही के लिए सस्पेंड कर दिया गया है ।