झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों की तैयारियां तेज हैं। लेकिन अभी भी नेताओं को दूसरे दलो में आना-जाना लगा है। पहले चरण के चुनाव से दो पहले ही कांग्रेस को एक बहुत बड़ा झटका लगा है। पार्टी के सीनियर नेता आदित्य विक्रम जायसवाल ने भाजपा का दामन थाम लिया है। वह बीजेपी में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने के दौरान वह मंच पर भावुक दिखे। बोलते-बोलते उनका गल भर गया और आंखें नम हो गईं।
आदित्य विक्रम जायसवाल ने कहा, ‘आज मैं पांचवां पीढ़ी था कांग्रेस का। मेरे पूर्वजों को अंग्रेजों ने जहर देकर मारा था। आज मैं बहुत दुखी भी हूं और खुश भी। दुखी इसलिए क्योंकि बहुत ही भावुक पल है मेरे लिए। हम लोग हमेशा राष्ट्रवाद के पुजारी रहे हैं। लेकिन बीते दिनों में कांग्रेस-जेएमएम की जो सरकार है वह स्वार्थवाद में काम कर रही है। अगर झारखंड को बचाना है तो भाजपा की सरकार बनाना जरूरी है। यहां युवाओं के साथ खिलवाड़ हुआ। यहां महिला सुरक्षित नहीं। यही सब सोचते हुए हमलोगों ने भाजपा ज्वाइन किया है।’
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स्पीच के दौरान आदित्य विक्रम जायसवाल भावुक हो गए। वह रोते हुए दिखे। उन्होंने भारी आवाज में कहा, ‘बहुत ही भावुक पल है मेरे लिए। जो पांच पीढ़ी से देश की सेवा हम लोगों ने की, आज उसको (कांग्रेस) को छोड़कर हमलोग यहां आए हैं। झारखंड के हित के लिए आए हैं। मैं झारखंड के लोगों से विनती करूंगा कि आप लोग सोच कर मतदान करिए।
भाजपा की सरकार बनाइए।’ इसके बाद आदित्य विक्रम जायसवाल अपनी नम आंखों को पोछने लगे। उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे पूर्वजों ने देश की सेवा की। अंत में यह कहना चाहूंगा कि झुक-झुक कर खड़ा हुआ हूं मैं। अब झुकने का शौक नहीं। हालातों की भट्टी में जब-जब तुम मुझको झोंकोगे, तब तप कर सोना बनूंगा। हमें कब तक रोकेगे।’
आदित्य विक्रम जायसवाल झारखंड में कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे। वह पार्टी के वरिष्ठ नेता थे। प्रोफेशनल कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके आदित्य विक्रम जायसवाल पार्टी से नाराज बताए जा रहे थे। दरअसल, वह रांची विधानसभा सीट से टिकट चाहते थे। बता दें कि राज्य में कई हफ्तों से बगावत का दौर जारी है। सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, भाजपा और झामुमो के भी कई नेता पार्टी छोड़ कर दूसरे दल में शामिल हो गए हैं।
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