लोहरदगा : जिला परिषद में चल रहे सियासी घमासान के बीच सोमवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी ने अचानक से उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी-सह-पीठासीन पदाधिकारी जिला परिषद डा. कुमार ताराचंद से मुलाकात कर अपना त्यागपत्र सौंप दिया। रीना कुमारी के इस कदम के बाद 24 सितंबर को प्रस्तावित अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान की प्रक्रिया फिलहाल टल गई है। जिले की राजनीति में इस घटनाक्रम ने नई हलचल पैदा कर दी है और अब सभी की निगाहें जिला प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हुई हैं। सूत्रों के अनुसार सार्वजनिक अवकाश के दिन सोमवार को अचानक से जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी उपायुक्त के आवासीय कार्यालय पहुंचीं और औपचारिक रूप से अपना त्यागपत्र सौंपा। त्यागपत्र सौंपने के बाद उपायुक्त डा. कुमार ताराचंद ने स्पष्ट किया कि अब तक जो प्रक्रिया अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चल रही थी, वह स्वतः रद्द मानी जाएगी। नई स्थिति को देखते हुए प्रशासन आगे की कार्रवाई तय करेगा। जिप अध्यक्ष के इस्तीफा देने के इस घटनाक्रम के बाद लोहरदगा में जहां राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, वहीं आम जनता भी इसे लेकर चर्चाएं करना शुरू कर दिए हैं। सभी को उम्मीद है कि अब नई टीम जिले के विकास कार्यों को और तेजी से आगे बढ़ाएगी।
अविश्वास प्रस्ताव पर टली वोटिंग
जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी के कामकाज को लेकर जिप सदस्यों में असंतोष व्याप्त था। जिप सदस्यों का आरोप था कि अध्यक्ष मनमानी तरीके से काम कर रही थीं और योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता नहीं बरत रही हैं। इसी के विरोध में अधिकांश जिप सदस्यों ने मिलकर अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया। उपायुक्त ने जिप सदस्यों के प्रस्ताव को स्वीकार कर 24 सितंबर को चर्चा और मतदान की तिथि तय था। जिला परिषद के कई सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था और बैठक की तैयारी भी जोर-शोर से चल रही थी। इस बीच जिप अध्यक्ष के त्यागपत्र देने से पूरा समीकरण बदल गया। अब नई तारीख तय कर आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
जिला परिषद में बढ़ी हलचल, सदस्य भी चकित
जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी के अचानक इस्तीफे से जिला परिषद के अन्य सदस्य भी हैरान रह गए। कुछ सदस्यों ने इसे राजनीतिक दबाव का परिणाम बताया, तो कुछ ने इसे जनहित में लिया गया निर्णय कहा है। इस घटनाक्रम ने जिले की राजनीति को नई दिशा दे दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नया अध्यक्ष कौन होगा और परिषद में किस गुट को बढ़त मिलेगी।
सियासी समीकरणों में बदलाव, राजनीतिक खेमेबंदी तेज
रीना कुमारी के इस्तीफे से जिले में राजनीतिक समीकरण बदलने के आसार हैं। इसके साथ सियासी समीकरणों में बदलाव और राजनीतिक खेमेबंदी तेज हो गई है। अब तक जो गुटबाजी जिला परिषद में चल रही थी, वह नए सिरे से आकार ले सकती है। राजनीतिक दल भी अब अपने-अपने पत्ते खोलने की तैयारी में हैं। जिला परिषद के संभावित नए अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गई है और आने वाले दिनों में जिले में राजनीतिक गतिविधियां और तेज होने की संभावना है। फिलहाल सभी की निगाहें जिला प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हुई हैं। नतीजा आने तक जिले का राजनीतिक तापमान और चढ़ा रहेगा। जिला परिषद अध्यक्ष के नए अध्यक्ष के लिए गुपचुप तरीके से बैठकों का दौर तेज हो गया है।
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कौन बन सकता है नया अध्यक्ष?
जानकारों का मानना है कि नया अध्यक्ष चुनने में जिला परिषद के बहुमत गुट की अहम भूमिका होगी। कुछ नामों की चर्चा पहले से ही चल रही है, जिनमें मौजूदा कांग्रेस और जेएमएम के दो सदस्य प्रमुख रूप से दावेदार माने जा रहे हैं। पर एक सदस्य के नाम पर अंदी ही अंदर सहमति बन गई है। यह भी संभावना है कि विपक्षी गुट के समर्थन से कोई सर्वसम्मति उम्मीदवार सामने आए ताकि जिला परिषद में लंबे समय से जारी खींचतान को खत्म किया जा सके। आने वाले दिनों में राजनीतिक दलों और गुटों की बैठकों के बाद तस्वीर साफ होगी।
फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि किसका पलड़ा भारी रहेगा, लेकिन इतना तय है कि मतदान के दिन तक जोड़-तोड़ की राजनीति और तेज होगी। यही कारण है कि कई सदस्य इस मौके का इस्तेमाल कर अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करना चाहते हैं।
आगे नई तारीख तय की जाएगी : उपायुक्त
उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी-सह-पीठासीन पदाधिकारी जिला परिषद डा. कुमार ताराचंद ने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी का त्यागपत्र विधि सम्मत तरीके से स्वीकार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को सरकारी अवकाश है ऐसे में ज्यादा कुछ बताना संभव नहीं है, पर अब अविश्वास प्रस्ताव की पूर्व निर्धारित तिथि को निरस्त किया जाता है और आगे नई तारीख तय कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
व्यक्तिगत कारणों से पद छोड़ा : रीना कुमारी
त्यागपत्र देने के बाद रीना कुमारी ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से पद छोड़ा है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने जिले के विकास के लिए लगातार प्रयास किए और कई योजनाओं को धरातल पर उतारा। जिला परिषद के सदस्यों और जनता से मिले सहयोग के लिए रीना कुमारी ने आभार व्यक्त किया है।







