रांचीः 8.46 एकड़ जमीन से जुड़े फर्जीवाड़े मामले में जेल में बंद जेएमएम नेता अंतु तिर्की, जमीन कारोबारी इरशाद अख्तर, अफसर अली और मोहम्मद इरशाद को गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली। कोर्ट ने इन सभी आरोपियों को जमानत दे दी, इसके साथ इस सभी के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया।
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लैंड स्कैम के सभी आरोपियों ने इससे पहले पीएमएलए के स्पेशल कोर्ट और हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की थी लेकिन वहां से उन्हे कोई राहत नहीं मिली, फिर इन्होने सुप्रीम कोर्ट को दरवाजा खटखटाया। इन सभी आरोपियों को फर्जी दस्तावेज बनाने वाले सद्दाम हुसैन से हुई पूछताछ के आधार पर छापेमारी कर ईडी ने गिरफ्तार किया था।
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दरअसल, जमीन घोटाला मामले में शेखर कुशवाहा के ठिकाने पर ईडी दो बार 22 अप्रैल 2023 एवं 16 अप्रैल 2024 को छापेमारी कर चुकी है। बाद में संतोष जनक जवाब नहीं मिलने पर उसे गिरफ्तार किया गया था। शेखर कुशवाहा बड़गाई अंचल की एक जमीन की खरीद बिक्री में शामिल है। शेखर कुशवाहा ने अपने सहयोगी प्रियरंजन सहाय, सद्दाम हुसैन, विपिन सिंह, इरशाद अंसारी ,अफसर अली के साथ मिलकर राजस्व कर्मी भानु प्रताप प्रसाद की मिलीभगत से वर्ष 1971 की फर्जी सेल डीड तैयार की थी। कोलकाता के रजिस्ट्री कार्यालय में रखें मूल दस्तावेज से छेड़छाड़ कर इस सेल डीड को तैयार किया गया था। 4.83 एकड़ जमीन एक भोक्ता परिवार का है, जिसका नाम बदलकर दूसरे के नाम से सामान्य प्रकृति का जमीन बनाया गया था। इसके बाद 22.61 करोड़ की जमीन को 100 करोड रुपए में बेचने की तैयारी थी।