गिरिडीहः कल्पना सोरेन गांडेय विधानसभा उपचुनाव की बाजी अपने नाम करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है । सोमवार को उन्होंने पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था के प्रमुखों से मुलाकात की । उन्होंने इस दौरान लोगों को पिछली सरकार के दौरान सीएनटी एसपीटी एक्ट में बदलाव की कोशिशों का हवाला देते हुए संविधान बदलने की आशंका जाहिर की । कल्पना सोरेन ने सोशल मीडिया पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिख बीजेपी सरकार को घेरा । उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी जब भी सत्ता में आयी है उसने आदिवासी दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के शोषण को बढ़ावा ही दिया है।
कल्पना सोरेन याद दिलाया कि किस तरह डबल इंजन सरकार बनाते ही भाजपा ने CNT/SPT एक्ट को समाप्त करने का कानून बना विधानसभा से पारित कर दिया। कल्पना सोरेन लिखती हैं “उस हेमन्त सोरेन विपक्ष में थे जिसका मजबूती से उन्होंने विरोध किया, आदरणीय दिशोम गुरूजी के नेतृत्व में झामुमो ने तत्कालीन माननीय राष्ट्रपति महोदय से मुलाकात भी की। पूरे राज्य से आप लोगों ने समर्थन दिया और उसका परिणाम हुआ कि भाजपा सरकार को उस काले कानून को वापस लेना पड़ा। आदरणीय दिशोम गुरूजी के नेतृत्व में अलग झारखण्ड राज्य बनाने में आप सभी गांडेय, पीरटांड, टुंडी, गिरिडीह और बेंगाबाद के लोगों का अहम योगदान रहा है।”
कल्पना सोरेन ने मौजूदा सरकार की योजनाओं की तारीफ़ करते हुए लुभाने की कोशिश की कि । कल्पना सोरेन ने कहा कि “सरकार राज्य के सभी लोगों के लिए सर्वजन पेंशन योजना लायी। आज राज्य के 36 लाख लोगों को पेंशन योजना के तहत लाभ दिया जा रहा है। मुझे नहीं लगता है कि अब किसी गांव में कोई बुजुर्ग, विधवा, दिव्यांग पेंशन मिलने का इन्तजार कर रहा होगा। आदिवासी, दलित एवं सभी वर्ग की महिलाओं के लिए पेंशन की उम्र सीमा को घटाकर 50 वर्ष कर दिया गया है। अब पेंशन के लिए 60 वर्ष का इन्तजार नहीं करना पड़ता है। आदिवासी समाज के पारंपरिक प्रधानों को मासिक मानदेय दिया जा रहा है। राज्य के आन्दोलनकारियों के लिए पेंशन की अलग योजना भी लायी गयी है।”
कल्पना सोरेन ने खुद को दिशोम गुरु शिबू सोरेन औऱ और हेमन्त सोरेन का सिपाही बताया । और इक्कीस अप्रैल को रांची के प्रभात तारा मैदान में होने वाले उलगुलान रैली में हिस्सा लेने की अपील की ।